डिप्टी कमिश्नर कपूरथला श्री विशेष सारंगल ने एसडीएमजे और जिला सड़क सुरक्षा समिति के प्रतिनिधियों को स्कूली छात्रों की सुरक्षा के लिए "सेफ़ स्कूल वाहन स्कीम " को चरणबद्ध तरीके से लागू करने को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
एसएसपी कपूरथला श्री राजपाल सिंह और अन्य विभागों के आला अधिकारियों ने आज यहां जिला प्रशासनिक परिसर में जिला सड़क सुरक्षा के सदस्यों के साथ बैठक के दौरान आदेश दिया कि सभी स्कूल बसों के फिटनेस प्रमाण पत्रों की जांच की जाए और निर्धारित मापदंडों को पूरा नहीं करने पर वाहनों को तुरंत जब्त किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन बच्चों की सुरक्षा में किसी भी तरह की लापरवाही सहन नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि स्कूली बसों में सुरक्षा मापदंडों को सुनिश्चित करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि प्राथमिक चिकित्सा किट, अग्निशमन यंत्र और एक महिला अटेंडेंट के होने को विश्वसनीय बनाया जाए।
उन्होंने स्कूली छात्रों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग के ट्रैफिक विंग को व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगमों और नगर परिषदों के अधिकारियों से कहा कि वे सड़कों के किनारे अवैध अतिक्रमण हटायें ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके।
उन्होंने कहा कि नगर निगम/नगर परिषद/लोक निर्माण विभाग इस संबंध में पंदरवाडा रिपोर्ट दें। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संवेदनशील स्थानों पर स्पीड लिमिट बोर्ड लगाने के साथ ही साइनपोस्ट लगाने के आदेश दिए गए हैं। एसएसपी कपूरथला श्री राजपाल सिंह ने अधिकारियों को शराब के नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने को कहा।
उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस को स्पीड मापने के उपकरण और अन्य एल्को मीटर मुहैया कराए जाएंगे। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि एक्सपायर्ड वाहनों में बच्चों को स्कूल ले जाकर उनकी जान से खिलवाड़ करना अपराध है, जिसके लिए कपूरथला पुलिस द्वारा ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक के दौरान अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर श्री सागर सेतिया, एसडीएस श्री लाल विश्वास बैंस सहित विभिन्न विभागों के अन्य अधिकारी, सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य उपस्थित थे।