अतिरिक्त मुख्य सचिव कृषि उत्पादन विभाग अटल डुल्लू ने आज सूक्ष्म प्रसंस्करण उद्यमों के प्रधान मंत्री औपचारिककरण एवं एक जिला एक उत्पाद योजनाओं के कार्यान्वयन की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के दौरान, एसीएस को प्रस्तावित परियोजनाओं, बजट आवंटन और उनके कार्यान्वयन की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया गया।
उन्होंने एक कार्रवाई रिपोर्ट भी प्राप्त की और चालू वित्तीय वर्ष में निर्धारित लक्ष्यों और हासिल किए गए लक्ष्यों पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। इसके अतिरिक्त, जनवरी 2023 तक प्रदान की जाने वाली सब्सिडी का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया गया।
एसीएस ने बैंकरों से भी बात की और कर्ज आवेदनों की मंजूरी की मौजूदा दर का कारण पूछा। उन्होंने उनसे मामलों को मंजूरी देते समय सौहार्दपूर्ण और स्वागत करने का आग्रह किया और उन्हें ऋण अस्वीकृति के प्रमुख कारणों का विस्तृत विश्लेषण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
जिला नोडल अधिकारियों और जिला संसाधन व्यक्तियों को भी निर्देशित किया गया कि वे आगे आएं और जनता को योजना का लाभ लेने में सुविधा प्रदान करें। अटल डुल्लू ने कई जिलों में डीआरपी की अनुपलब्धता पर कड़ा संज्ञान लिया और उन्हें जल्द से जल्द तैनात करने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि सभी डीआरपी को नए सिरे से प्रशिक्षित किया जाए और अधिक उत्साह के साथ काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने अचबल, दोआबगढ़ और नरवाल में कॉमन इनक्यूबेशन सेंटर, सीआईसी की स्थापना पर विस्तृत प्रगति रिपोर्ट भी मांगी।
बैठक में कृषि उत्पादन विभाग के सचिव शबनम कामिली, निदेशक कृषि के.के. शर्मा, निदेशक बागवानी राम सेवक, निदेशक पशुपालन डॉ. कृष्ण लाल और प्रबंध निदेशक जे एंड के एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड डॉ. अरुण मन्हास उपस्थित थे। बैठक में कश्मीर के संबंधित अधिकारियों और स्काॅस्ट-के के प्रतिनिधियों ने विडियो कांफ्रैंन्स के माध्यम से भाग लिया।