Jammu & Kashmir की पूर्व CM Mehbooba Mufti का एक बार फिर Pakistan प्यार जागा है। मुफ्ती एक बार फिर मोदी सरकार को Pakistan के साथ बीतचीत करने का सुझाव दे रही हैं। महबूबा ने साफ शब्दों में कहा है कि कश्मीर मुद्दे को सुलझाने और खून-खराबा रोकने के लिए पाकिस्तान से बातचीत के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
कश्मीर का मुद्दा बुलेट और ग्रेनेड से नहीं, बल्कि सिर्फ बातचीत से मुद्दे को सुलझाया जा सकता है। महबूबा ने कहा, दोनों तरफ से बातचीत शुरू करने की जरूरत है। अगर हम यह कहते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, तो उसके लिए भी पाकिस्तान के साथ बातचीत करनी होगी। पूर्व प्रधानमंत्री Atal Bihari Vajpaye ने भी ऐसा ही किया था। उनके इस कदम से आतंकवाद घटा और कश्मीर में घुसपैठ भी कम हो गई थी।
खुद को हितधारक कहते हुए Mehbooba Mufti ने कहा- कश्मीर में सभी हितधारकों से बातचीत करके समाधान निकालने की जरूरत है, ताकि बिहार का कोई सैनिक, CRPF का जवान और ASI मुश्ताक अहमद या आम आदमी या मुसलमान (मुनीर, जिसकी हिरासत में मौत हो गई थी) अपनी जान ना गंवाए।
भारत सरकार इस बात को जितना जल्दी समझ लें उतना ठीक है, बातचीत के अलावा कश्मीर मुद्दे को सुलझाने का कोई और रास्ता नहीं है। कश्मीर मुद्दे हमारी पार्टी का संघर्ष जारी रहेगा। अनुच्छेद 370 की बहाली से ज्यादा बड़ा मुद्दा कश्मीर मामले का समाधान है। यह हमारा एजेंडा है और हमारा संघर्ष जारी रहेगा। 370 तो सिर्फ एक छोटा सा कदम है। असली मकसद कश्मीर को खुशहाल बनाना है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कश्मीर में हालात ठीक नहीं हैं। पहले टारगेट किलिंग हुई। अब जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को एक आतंकवादी हमले में CRPF का एक अधिकारी शहीद हो गया। दोपहर करीब 2:15 बजे आतंकवादियों ने पुलवामा के गंगू चौराहा इलाके में पुलिस और CRPF की संयुक्त चौकी पर गोलीबारी की, जिसमें ASI विनोद कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।