भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने खुलासा किया है कि जिस समय भारत के विकेट गिर रहे थे, उस समय टीम दबाव में थी। साथ ही उन्होंने कहा कि मैंने गेंद और स्कोर बोर्ड पर ध्यान केंद्रित कर टीम के लिए लंबी पारी खेलने का फैसला लिया। पंत ने शुक्रवार को एजबेस्टन में पहले दिन भारतीय टीम को मुश्किल समय से बाहर निकालते हुए सिर्फ 111 गेंदों पर 146 रनों की शानदार पारी खेली।
साथ ही रवींद्र जडेजा ने नाबाद 83 रन की पारी खेली। दोनों बल्लेबाजों के बीच छठे विकेट के लिए 222 रनों की शानदार साझेदारी हुई, जिससे टीम को 300 रनों का आंकड़ा पार करने में मदद मिली। पंत ने मैच के बाद कहा, "मैं सिर्फ गेंद पर ध्यान केंद्रित कर रहा था और स्कोर बोर्ड में टीम के रन को बढ़ाने का प्रसाय कर रहा था।
हां टीम जबाव में जरूर थी क्योंकि 100 रन के अंदर ही पांच विकेट खो दिए थे। हमें लंबी साझेदारी की जरूरत थी, जो मुझे जडेजा के साथ देखने को मिली।"उन्होंने आगे कहा, "हर मैच में हमे अपना सौ प्रतिशत देना होता है और मैं अपने क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करता हूं। जब मैंने क्रिकेट की शुरूआत की थी तो मेरे कोच हमेशा कहते हैं कि आप हिट कर सकते हैं लेकिन आपको बचाव करने की भी कोशिश करनी चाहिए।
"पंत ने कहा कि उनका ध्यान गेंद पर अधिक था। साथ ही इंग्लैंड जैसी जगह में गेंदबाज की लय को बिगाड़ने के लिए उनकी गेंदों पर शॉट लगाने की आवश्यकता थी, जो मैंने किया। पंत ने यह भी कहा कि वह रवींद्र जडेजा के साथ साझेदारी बनाने की पूरी कोशिश कर रहे थे। पंत ने कहा, "मैंने जडेजा के साथ साझेदारी करने की कोशिश की और हमने इस दौरान अपना विकेट बचाने की कोशिश की।
"अपना पांचवां टेस्ट शतक जड़ने वाले पंत ने यह भी उल्लेख किया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बनाया गया हर शतक महत्वपूर्ण है।