Agnipath योजना को लेकर पूरे देश में बवाल हो रहा है। विरोध प्रदर्शन करने वालों ने आज भारत बंध बुला है। वहीं Rahul Gandhi से ED द्वारा हो रही पूछताछ से कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं में खासा रोष है। कांग्रेस नेता दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना दे रहे हैं। इस दौरान एक बड़ी खबर सामने आ रही है। कांग्रेस नेता Subodh Kant Sahay ने प्रधानमंत्री Narendra Modi को लेकर विवादित बयान दिया है। जी हां, सुबोध कांत ने PM मोदी को मदारी कहा है और उनकी तुलना हिटलर से की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री सहाय ने अपने भाषण में कहा- ये लुटेरों की सरकार, मोदी जो मदारी के रूप में इस देश में आकर पूरी तरह तानाशाही स्वरूप में आ गया है। मुझे तो लगता है कि हिटलर का सारा इतिहास इसने पार कर लिया। हुड्डा साहब बड़े गांव की भाषा में समझा रहे थे। हिटलर ने भी फौज के अंदर एक संस्था बनाई थी, उसका नाम था खाखी। मोदी हिटलर की राह चलेगा, तो हिटलर की मौत मरेगा, ये याद रख लो मोदी। यहां आपको बता दें हमने सुबोध कांत के बयान को बिलकुल भी तोड़ मरोड़ कर नहीं लिखा है। जो उन्होंने कहा वो हमने सशब्द यहां लिखा है।
हालांकि, सहाय के विवादित बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि बयान से कांग्रेस का संबंध नहीं है। हम सरकार की गलत नीति का विरोध कर रहे हैं लेकिन PM के लिए की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को हम सपोर्ट नहीं करते हैं। भले ही भाजपा ने देश का बंटाधार कर दिया है। कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार की तानाशाही विचारधारा और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ निरंतर लड़ती रहेगी। लेकिन उनके खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वालों के साथ हम खड़े नहीं रहेंगे।
आज भारत बंद-
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अग्निपथ योजना का विरोध करने वालों ने आज भारत बंद बुलाया है। इसको लेकरआंदोलन के कारण 181 मेल एक्सप्रेस और 348 यात्री ट्रेनें रद्द कर दी गईं। 4 मेल एक्सप्रेस और 6 पैसेंजर ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द की गईं हैं। साथ ही रेल मंत्रालय ने उपद्रवियों पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। रेलवे स्टेशनों पर जवानों की संख्या बढ़ा दी गई है ताकि उपद्रवियों पर जल्द से जल्द एक्शन लिया जा सके। उधर कांग्रेसी प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली के शिवाजी ब्रिज स्टेशन पर 40 मिनट तक ट्रेन रोकी। इसके बाद यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।
क्यों हो रहा बवाल-
छात्र 4 साल के लिए सेना में भर्ती वाली योजना (अग्निपथ योजना) से गुस्से में हैं। उनका कहना है कि चार साल की नौकरी के बाद 25 प्रतिशत छात्रों को तो नौकरी मिल जाएगी, लेकिन 75 फीसदी लोग बेरोजगार हो जाएंगे। कई राज्यों ने पुलिस भर्ती में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने की घोषणा की है, लेकिन बवाल थमता नजर नहीं आ रहा है बल्कि और उग्र होता जा रहा है।