प्रेम की मिसाल कहे जाने वाले ताजमहल और कुतुब मीनार का नाम बदलने को लेकर देश में मांग जोरों पर है। मामला तूल पकड़ रहा है। इस पूरे विवाद की शुरुआत उत्तर प्रदेश से हुई है और अब इस विवाद में जयपुर का पूर्व राज घराना भी कूद पडा है। पूर्व राजघराने की राजकुमारी और वर्तमान में सवाई माधोपुर से सांसद दीया कुमारी ने ये दावा किया है कि ताजमहल की जगह पर उनका महल था। उन्होंने कहा - जमीन हमारे पुरखों की है और उस समय इस पर कब्जा कर लिया गया था। अगर सुप्रीम कोर्ट दस्तवेज मांगता है तो हम दस्तावेज भी दिखा सकते हैं।इस दावे में कितनी सच्चाई है ये तो अभी कहना बहुत जल्दबाजी होगी। आपकी जानकरी के लिए बता दें कि भाजपा नेता रजनीश ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर दावा किया है कि ताजमहल असल में तेजोमहल है। उन्होंने ताजमहल के तहखाने के 22 कमरे खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अगर ये कमरे खोले जाते हैं तो सच्चाई दुनिया के सामने आ जाएगी।
वहीं जयपुर जयपुर के पूर्व राजघराने की पूर्व राजकुमारी और वर्तमान में भाजपा से सांसद दीया कुमार ने अब जयपुर में यह दावा किया है कि अगर ताजमहल के बंद दरवाजे खोले जाते हैं तो कई राज खुलकर सामने आएंगे। दीया कुमारी ने दावा किया है कि उनके पास ऐसे डॉक्यूमेंट मौजूद हैं, जो बताते हैं कि पहले ताजमहल जयपुर के पुराने राजपरिवार का पैलेस हुआ करता था, जिस पर शाहजहां ने कब्जा कर लिया। जब शाहजहां ने जयपुर परिवार का वह पैलेस और जमीन ली तो परिवार उसका विरोध नहीं कर सका, क्योंकि तब उसका शासन था। ताजमहल हमारी प्रॉपर्टी है। यह जमीन हमारे पुरखों की थी। जमीन पुरखों की थी और हमारी विरातस थी। इस विरातस से छेडछाड़ की गई है। दीया कुमारी ने कहा- आज भी कोई सरकार किसी जमीन को एक्वायर करती है तो उसके बदले में मुआवजा देती है। मैंने सुना है कि उसके बदले में कोई मुआवजा दिया, लेकिन उस समय ऐसा कोई कानून नहीं था कि उसके खिलाफ अपील कर सकते थे या उसके विरोध में कुछ कर सकते थे। अब अच्छा है किसी ने आवाज उठाई और कोर्ट में याचिका दायर की है। इसकी अच्छे से जांच होनी चाहिए।