उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की 39वीं बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की, उपराज्यपाल एसएएसबी के चेयरमैन भी हैं।बैठक में बोर्ड के सभी सदस्यों ने विडियों कांफ्रैन्स के माध्यम से 2020 यात्रा हेतु विचार विमर्ष किया।बैठक में मुख्य सचिव बी.वी.आर. सुब्रह्मण्यम, सीईओ एसएएसबी श्री बिपुल पाठक, अडिषनल सीईओ एसएएसबी श्री अनूप कुमार सोनी एवं श्राईन बोर्ड के वरिश्ठ अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में मोजूदा कोविड 19 महामारी का यात्रा पर प्रभाव न पडे इससे सम्बंधित विचार विमर्ष किया गया।बोर्ड ने 13.07.2020 को सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर चर्चा की, जिसमें जम्मू और कश्मीर में प्रचलित जमीनी हकीकत का आकलन करने के बाद यात्रा का संचालन करने का निर्णय प्रशासन पर छोड़ दिया गया था।बोर्ड को सूचित किया गया था कि यात्रा हेतु व्यवस्थाएँ फरवरी 2020 से सही जा रही हैं, चुंकि देश भर में महामारी के चलते लॉकडाउन से जम्मू और कश्मीर ने अभी भी धार्मिक स्थलों और पूजा स्थलों को जनता के लिए बंद रखा है जोकि 31 जुलाई तक जारी रहेगा।बैठक में चर्चा की गई कि महामारी से स्वास्थ्य प्रशासन प्रणाली भी प्रभावित हुई है विशेष रूप से जुलाई माह में स्वास्थ्य कार्यकर्ता और सुरक्षा बल महामारी से संक्रमित हो रहे हैं।
इस अवसर पर स्वास्थ्य सम्बंधित चीतांओं पर गौर करते हुए यात्रा में होने वाली परेषानियों हेतु विचार विमर्ष किया गया।बोर्ड ने रिट याचिका (नहीं सीएम नंबर 3022/2020 डब्ल्यूपी (सी) जनहित याचिका संख्या 5/2020 में जम्मू-कश्मीर के उच्च न्यायालय के फैसले पर भी चर्चा की जिसमें कोर्ट ने एसएएसबी को माननीय के आदेश के आलोक में अंतिम विचार करने का निर्देश दिया।बैठक में चर्चा की गई कि सरकार द्वारा किये गये तथ्यों का समर्थन करते हुए यात्रा को इस वर्श जनहित में रद्द करना उचित होगा। इससे स्वास्थ्य, नागरिक और पुलिस प्रशासन को संसाधनों को संरक्षित करने की बजाय तात्कालिक चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी, ताकि मानव शक्ति और श्री अमरनाथजी यात्रा के संचालन पर ध्यान दिया जा सके।बैठक में मौजूदा हालात देखते हुए यह निर्णय लिया कि चालु वर्श श्री अमरनाथजी यात्रा का संचालन न करते हुए इसे रद्व किया जाये। चुंकि श्राईन बोर्ड लाखों लाखों की तादाद में भक्तों की श्री अमरनाथ जी के प्रति भावनओं को देखते हुए उन भावनाओं का सम्मान करता है। अतिरिक्त बोर्ड ने भक्तों की भावनाओं को जीवित रखते हुए श्री अमरनाथ जी की आरती सुबह षाम लाईव टेलीकास्ट करके भक्तों के लिए दर्षन जारी रखने को कहा तथा पारंपरिक अनुष्ठानों को पिछले अभ्यास के अनुसार किया जाएगा। अतिरिक्त सरकार छडी मुबारक की सुविधा भी सरकार द्वारा होगी।