अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के अंतर्गत पुरुषोत्तमपुरा बाग में आयोजित सांस्कृतिक महोत्सव का बतौर मुख्य अतिथि शुभारंभ करते हुए केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा जल राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया ने महोत्सव के आयोजन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में अंतर्राष्टय गीता महोत्सव का शुभारंभ किया तो करीब दो लाख श्रद्घालुओं ने शिरकत की, जबकि 2014 में यह आंकड़ा 40 लाख को छू गया। उन्होंने आशा जताई कि इस बार देश-विदेश से लगभग 50 लाख श्रद्घालु गीता महोत्सव में शामिल होने का पुण्य लाभ उठायेंगे।अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के तहत हरियाणा पैवेलियन में शनिवार को पहुंचे केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि महोत्सव में इस पैवेलियन को हरियाणवी संस्कृति को समर्पित किया गया है। हजारों वर्षों से जी रहे प्राचीन संस्कृति के अनूठे रूप यहां प्रदर्शित किये जा रहे हैं। युवा पीढ़ी को हमारी संस्कृति से रू-ब-रू होने का अवसर मिल रहा है। यह बेहद अद्भुत नजारा है। यहां हरियाणा की संस्कृति की मशाल जला रखी है।केंद्रीय मंत्री कटारिया ने कहा कि कुरुक्षेत्र की धरती पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का संदेश दिया था जो युगों-युगों से मानव कल्याण का मार्ग आलोकित कर रहा है। गीता का ज्ञान संपूर्ण मानवीय जीवन का सार है जिसे आत्मसात कर हम जीवन को सफल बना सकते हैं। जीवन में हर कठिन एवं विपरीत स्थिति में गीता का ज्ञान ही हमें राह दिखाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा में बेटियों के संरक्षण के लिए अनुकरणीय कदम उठाये गये हैं। यहां बेटियां सुरक्षित हैं। हमारी बेटियों ने हर क्षेत्र में खुद को साबित किया है।इससे पूर्व पुरुषोत्तमपुरा बाग हरियाणवी संस्कृति के अनूठे रंगों से महक उठा। कला एवं सांस्कृतिक विभाग, हरियाणा के तत्वावधान में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मनोहारी प्रस्तुतियां दी गई। रागिनी गायक कलाकार दिलावर कौशिक ने गीता के सार को अपनी रागिनी के माध्यम से इस प्रकार उकेरने का सफल प्रयास किया- एकता और अखंडता दिखै गीता की निज वाणी सै। सोमबीर ने अपनी रागिनी में प्रदेश की समृद्घशाली संस्कृति का बखान किया। बुधराम ने अपनी टीम के साथ शानदार समूह नृत्य की प्रस्तुति दी। इसके अलावा कलाकारों ने हरियाणवी आरकेस्ट्रा की दमदार प्रस्तुति दी। कौशल व उनके साथियों ने हरियाणवी लोकनृत्य की जोशिली प्रस्तुति दी। साथ ही दिलावर कौशिक तथा बुधराम की टीमों ने भी हरियाणवी लोकनृत्य की बेहतरीन प्रस्तुतियां दी। इस मौके पर भाजपा के जिलाध्यक्ष धर्मबीर मिर्जापुर, केडीबी के सदस्य रविंद्र सांगवान, कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (गीत) डा. दीपिका तथा कला एवं सांस्कृतिक अधिकारी (नृत्य) सुमन डांगी, महा सिंह पुनिया आदि मौजूद थे। मंच का संचालन पवन शर्मा ने किया।
सांझी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया पुरस्कृत
सांस्कृतिक समारोह के दौरान केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने आयोजित की गई सांझी प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित भी किया। इनमें निर्मला देवी को प्रथम, सीता को द्वितीय, सविता व अंजु को संयुक्त रूप से तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। साथ ही पूनम व कविता को संयुक्त रूप से सांत्वना पुरस्कार से सुशोभित किया गया।