नाबार्ड के चेयरमैन हर्ष भनवाला ने अपने पंजाब दौरे के दौरान आज पंजाब के सहकारिता मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा से मीटिंग की जिसमें सहकारिता विभाग की ऋण नीति और इसके साथ सम्बन्धित पंजाब राज्य सहकारी बैंक और पंजाब राज्य सहकारी कृषि विकास बैंक सम्बन्धी विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया।सहकारिता मंत्री स. रंधावा द्वारा जि़ला स्तरीय सहकारी बैंकों का पंजाब राज्य सहकारी बैंक में विलय करने संबंधी पंजाब के कैबिनेट द्वारा किये गए फ़ैसले बारे बताया गया। पंजाब राज्य सहकारी बैंक के प्रशासनिक निदेशक श्री एस.के.बातिश द्वारा मीटिंग में इस विलय के कारण प्रक्रिया और इससे राज्य के क्रेडिट स्टक्कचर को होने वाले फ़ायदों संबंधी विस्तृत रिपोर्ट पेश की गई। इस रिपोर्ट पर तसल्ली ज़ाहिर करते हुए चेयरमैन श्री भनवाला ने कहा कि इसके साथ जहाँ क्रेडिट स्टक्कचर राज्य में मज़बूत होगा वहीं बैंक विलय के बाद में अच्छा प्रशासन और बेहतर प्रौद्यौगिकी को ग्रहण करके एक मज़बूत बैकिंग अदारे के तौर पर उभर सकता है।चेयरमैन द्वारा सहकारिता मंत्री को बताया गया कि उनकी तरफ से पंजाब राज्य सहकारी बैंक के कुछ मुद्दों संबंधी जैसे कि हाउसिंग सैक्टर में कजऱ्े की लिमिट बढ़ाने और प्राथमिक क्षेत्र लैडिंग सर्टिफिकेट की ट्रेडिंग आदि संबंधी आर.बी.आई. के साथ बातचीत की गई है और इस संबंधी जल्द ही फ़ैसला होने की उम्मीद है।चेयरमैन द्वारा बैंक के कजऱ्े को विभिन्न करने के लिए लाईं गई नये कजऱ् स्कीमों जैसे कि माईक्रो फाईनांस, सोलर एनर्जी और ई.रिक्शा आदि की प्रशंसा की। स. रंधावा द्वारा बैंक के अधिकारियों को यह दिशा निर्देश दिए गए कि बैंक के कजऱ्े में और भी विभिन्नता लाने की ज़रूरत है।मीटिंग रजिस्ट्रार सहकारी सभाएं श्री विकास गर्ग, मार्कफैड के प्रशासनिक निदेशक श्री वरुण रूज़म, मिल्कफैड के प्रशासनिक निदेशक श्री मनजीत सिंह बराड़, और पंजाब राज्य कृषि विकास बैंक के प्रशासनिक निदेशक श्री जे.के.जैन भी उपस्थित थे।