स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत कांगड़ा जिला के आठ युवा नवीन विचारों के महामुकाबले (इनोवेटिव आइडिया ग्रैंड फिनाले) में भाग लेंगे। इन सब युवाओं को स्टार्टअप इंडिया यात्रा के तहत कांगड़ा जिला के राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के प्रयास भवन में वीरवार को आयोजित बूट कैम्प में हुई प्रतियोगिता में आईआईटी मंडी में होने वाले महा मुकाबले के लिए चयनित किया गया है। उनका चयन नवीन विचार प्रतियोगिता में अभिनव विचार देने (इनोवेटिव आइडिया) के चलते किया गया है।जिला उद्योग केन्द्र कांगड़ा के महाप्रबंधक संदीप कुमार ने इस बारे जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिता में आठ विद्यार्थियों के आइडिया चयनित हुये हैं एवं उनको आईआईटी मंडी में 28 से 30 नवंबर तक होने वाले विचारों के ‘महा मुकाबले’ में प्रवेश का टिकट मिला है। धर्मशाला में हुए बूट कैंप में 195 युवाओं ने पंजीकरण करवाया।इस कार्यक्रम के तहत धर्मशाला आए मुख्य समन्वयक आकर्षण सेठी ने बताया कि यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों में कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। सेठी ने बताया कि स्टार्टअप के लिए सबसे पहली आवश्यकता अभिनव विचार (इनोवेटिव आइडिया) है। यह विचार किसी ऐसी सेवा, सुविधा या उत्पाद से जुड़ा होना चाहिए, जो व्यापक स्तर पर लोगों की किसी समस्या का समाधान करे। उन्होंने कहा कि पंजीकृत युवाओं को ऑन लाईन लिंक भी उपलब्ध करवाया गया है जिस पर वे अपना आइडिया सांझा कर सकते हैं।बूट कैंप में युवाओं को कार्यक्रम से सम्बंधित सारी जानकारी देने के अलावा पंजीकृत छात्रों की नवीन विचारों की प्रतियोगिता भी करवाई गई। इसमें 25 युवाओं ने अपने विचार प्रतियोगिता में अपने ‘आइडिया’ प्रस्तुत किए।
इस मौके महाप्रबंधक संदीप कुमार ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया योजना के अंतर्गत युवाओं को स्वरोजगार अपनाने व रोजगार प्रदाता बनने के अवसरों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा उद्योग विभाग के माध्यम से विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत युवाओं को अनेकों व्यवसायों में कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जा रहा है, उसका लाभ लेकर प्रदेश के युवा आत्मनिर्भर बन रहे हैं।कार्यक्रम में जिला उद्योग केन्द्र कांगड़ा के प्रबंधक विनय वर्मा ने मुख्यमंत्री स्टार्टअप योजना के बारेे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्थानीय उद्यम को बढ़ावा देने और युवाओं को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करवाने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलम्बन योजना शुरू की है। सरकार ने इसके लिए 80 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है। योजना के तहत प्रदेश के 18 से 35 वर्ष आयुवर्ग के युवाओं को उद्योगों में 40 लाख रुपये तक के निवेश पर संयंत्र एवं मशीनरी खरीद पर 25 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा। वहीं महिलाओं एवं युवतियों को प्रोत्साहित करने के लिए निवेश पर 30 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा।विनय वर्मा ने कहा कि इसके अलावा योजना के तहत 40 लाख रुपये के ऋण पर 3 वर्ष के लिए 5 प्रतिशत उपदान दिया जाएगा। कोई युवा यदि निजी भूमि खरीद कर उद्यम लगाना चाहे तो स्टॉम्प ड्यूटी वर्तमान 6 प्रतिशत के बजाय 3 प्रतिशत की दर से देय होगी। इस अवसर पर राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला के प्रधानाचार्य डॉ सुनील मेहता, आयुष हर्बस के उद्यमी जितेन्द्र सोडी सहित धर्मशाला कॉलेज, इंजीनियंरिंग कॉलेज नगरोटा बगवां तथा विभिन्न आईटीआई के विद्यार्थी उपस्थित रहे।