पंजाब सरकार की ओर से शुरु किया गया मिशन तंदुरुस्त पंजाब अभियान को सफल बनाने के लिए होशियारपुर जिले के किसान अग्रणी भूमिका अदा कर रहे हैं। जिले के किसानों ने धान की पराली को आग लगाए बिना खेत में ही इसका प्रबंधन करने का बीढ़ा उठाया है,जिसके अंतर्गत अभी तक किसानों की ओर से करीब 2 हजार एकड़ में गेहूं की सीधी बिजाई की जा चुकी है।डिप्टी कमिश्नर ईशा कालिया ने गेहूं की सीधी बिजाई करने वाले इन किसानों की प्रशंसा करते हुए कहा कि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाने के लिए किसानों की ओर से उठाया गया यह कदम काबिले-तारीफ है। उन्होंने बताया कि मिशन तंदुरु स्त पंजाब के अंतर्गत धान की पराली के रु झान को रोकने के लिए जिले में 620 नोडल अधिकारी व कोआर्डिनेटिंग अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, जो किसानों को पराली जलाने के बुरे प्रभावों के बारे में जागरु क कर रहे हैं। इसके अलावा किसानों को 229 अत्याधुनिक कृषि उपकरण भी मुहैया करवाए गए हैं, जिन पर करीब 2 करोड़ रु पये की सब्सिडी किसानों को मुहैया करवाई गई है। उन्होंने बताया कि 229 आधुनिक कृषि उपकरणों के अलावा सहकारी सभाओं में भी 194 कृषि उपकरण उपलब्ध है।
ईशा कालिया ने बताया कि जिले में उपलब्ध करीब 423 आधुनिक कृषि यंत्रों का उपयोग करके जिले के किसानों की ओर से बड़े स्तर पर धान की पराली को आग न लगा कर गेहूं की सीधी बिजाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि इन आधुनिक कृषि उपकरणों में सुपर एस.एम.एस लगी कंबाइन व हैप्पी सीडर का उपयोग करते हुए किसानों ने अब तक 2 हजार एकड़ में गेहूं की सीधी बिजाई कर ली है। उन्होंने बताया कि जिन किसानों की ओर से यह कृषि उपकरण खरीदने नहीं जा सके, वे निजी तौर पर किसानों, फार्म मशीनरी बैंकों व सहकारी सभाओं से किराए पर कृषि उपकरण लेकर गेहूं व सब्जियों की सीधी काश्त कर रहे हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि किसानों को फसलों के अवशेषों को आग लगाए के स्थान पर इसके सही निपटारे के लिए कृषि विभाग की नई तकनीकों को अपनाने की जरु रत है। मुख्य कृषि अधिकारी डा. विनय कुमार ने बताया कि 25 हैप्पी सीडर किसानों को निजी तौर पर व फार्म मशीनरी बैंकों के माध्यम से 29 हैप्पी सीडर, 6 पैडी स्ट्रा चौपर शरैडर किसानों को व 13 फार्म मशीनरी बैंकों को, 6 मल्चर किसानों को व 8 फार्म मशीनरी बैंकों को, 15 रिवरसिबल एम.पी प्लो किसानों को व 27 ग्रुपों को, 7 जीरो टिल ड्रिल किसानों को व 19 किसान ग्रुपों को, 35 सुपर एस.एम.एस किसानों को व 6 किसान ग्रुपों को, 5 रोटरी सलैशर किसान ग्रुपों को, 10 रोटावेटर किसानों को व 18 रोटवेटर किसान ग्रुपों को मुहैया करवाए गए हैं। उन्होंने बताया कि उक्त के अलावा सहकारी सभाओं में ही 53 हैप्पी सीडर, 22 मोल्ड बोल्ड प्लो, एक रोटरी सलैशर, 6 जीरो टिल ड्रिल, 81 रोटावेटर व 31 मल्चर उपलब्ध हैं।