आम आदमी पार्टी (आप) ने बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए नवजोत सिद्धू को आड़े हाथों लेते कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब विरोधी ताकतों के साथ हाथ मिला लिया है और वह भ्रष्टाचार के खिलाफ आम लोगों की लड़ाई को कमजोर करना चाहते हैं, जिससे वह कैप्टन अमरिन्दर और बादल परिवार के नाजायज राजनैतिक गठजोड को वह वापिस ला सकें। स्थानीय जारी एक प्रैस ब्यान में आम आदमी पार्टी के सूबा कनवीनर गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने कहा कि यदि सिद्धू का निशाना बादलों का भ्रष्टाचार था, तो वह अकाली-भाजपा गठजोड में 10 साल क्यों रहे। उनकी धर्मपत्नी मुख्य पार्लीमानी सचिव थी और सरकार से बाहर नहीं आई। साथ ही उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू भी लगभग दस साल पंजाब से दूर आंखें बंद किए बैठे रहे। वड़ैच ने कहा कि बादलों के भ्रष्टाचार और उनके अपराधों में सिद्धू भी हिस्सेदार था।
वड़ैच ने कहा कि सिद्धू ने न सिर्फ एक भ्रष्टाचारी पार्टी को छोड़ कर दूसरी भ्रष्टाचारी पार्टी का पल्ला पकड़ा है, बल्कि अपना राजनैतिक पिता भी बदल लिया है। वह कल तक बादल को अपना पिता बताते थे और बादल साहिब कहते थे कि सिद्धू उनको डेड कहते हैं। सिद्धू का नया पिता भी पहले वाले पिता जैसा भ्रष्टाचारी है। वड़ैच ने सिद्धू को एक मौकाप्रस्त, स्वैकेंद्रित और दिशाहीण व्यक्ति बताया, उन्होंने कहा कि सिद्धू ने कांग्रेस का इस उम्मीद से पल्ला पकड़ा है कि उनको पंजाब के मुख्य मंत्री का पद दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि सिद्धू ने पहले कांग्रेस को भ्रष्टाचार की मां बताया था और 1984 के सिक्ख कत्लेआम के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था।
वड़ैच ने कहा कि सिद्धू ने बादल परिवार पर दस साल भ्रष्टाचार करने और बेहसाबी दौलत इक_ी करने के आरोप लगाए है, परंतु वह कैप्टन अमरिन्दर सिंह के बहु-करोड़ी घोटालों संबंधी क्यों चुप हैं। कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह से डूबी रही, जिनमें 2जी स्पैक्ट्रम, कोला घोटाला और कौमनवैलथ गेम्स घोटाला शामिल था। बीजेपी सांसद होते सिद्धू लोक सभा में कांग्रेस की तरफ से पंजाब और केंद्र में किए भ्रष्टाचार को निशाना बनाते रहे। उन्होंने सवाल किया कि क्या कांग्रेस अब दूध से धूली हो गई और केवल वही पंजाब को बचा सकती है।
इस दौरान आप कनवीनर ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर सिद्धू संबंधी पैंतरा बदलने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अब सिद्धू को अपनी टीम का अनमोल मैंबर बता रहे हैं।
वड़ैच ने कहा कि उस समय को गुजरा बहुत समय नहीं हुआ, जब कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से सिद्धू को एक बुरा व्यक्ति बताया जाता था। इसके इलावा कैप्टन अमरिन्दर सिंह की तरफ से सिद्धू जोड़े को बेकार और अनुशासनहीणता बताया जाता था और कैप्टन कहते थे कि सिद्धू कमेडी करने के लिए ही सही है। वड़ैच ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह और सिद्धू के पास पंजाब के लिए कोई रोडमैप नहीं है और दोनों पंजाब का मुख्य मंत्री बनना चाहते हैं और उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। वड़ैच ने कहा कि जिस समय सिद्धू अपने कमेडी शो में व्यस्त थे, उस समय पंजाब में किसान आत्महत्याएं कर रहे थे, बेरोजगारों की तरफ से सडक़ों पर प्रदर्शन किया जा रहा था और प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर पुलिस की तरफ से लाठीचार्ज किया जा रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी मैंबर होते नवजोत सिंह सिद्धू ने नशों के खिलाफ कोई आवाज नहीं उठाई और पार्टी अनुशासन का बहाना मार कर जवाब देने से बचते रहे।
उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार के पापों में भाजपा बराबर की हिस्सेदार रही है। बिक्रम सिंह मजीठिया के ड्रग माफिया संबंधी न केवल नवजोत सिद्धू, बल्कि सभी भाजपा नेता मूक दर्शक बने रहे। वड़ैच ने सिद्धू को याद करवाया कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह अकेला कांग्रेसी नेता था, जिसने अपने भतीजे बिक्रम मजीठिए को ड्रग रैकेट केस में सीबीआई जांच से बचाया था। यह बहुत हैरान करने वाली बात है कि सिद्धू ने पंजाब की बर्बादी करने वाली ताकतों के साथ हाथ मिलाया है। उन्होंने कहा कि सिद्धू स्पष्ट करें कि बिक्रम सिंह मजीठिया की ड्रग रैकेट में भूमिका पर उनका क्या दृष्टिकोण है। आप कनवीनर ने कहा कि सिद्धू कांग्रेस के डूबते जहाज को नहीं बचा सकते। वड़ैच ने सिद्धू को पंजाब के लोगों के साथ खड़े होने की सलाह दी और कहा कि वह कैप्टन अमरिन्दर सिंह और बादल परिवार के अनैतिक गठजोड का हिस्सा न बनने। वड़ैच ने कहा कि सिद्धू को बादल परिवार के पापों पर चुप रहने के लिए माफी मांगनी चाहिए।