पंजाब में पशु पालन के व्यवसाय को राज्य स्तर व ओर विकसित करने के लिए जागरूकता मुहिम तहत शहरों और गांवों में दूश उत्पादक जागरूकता कैंप लगाए जा रहे हैं। जिस का मु य उद्धेश्य दूध दत्पादकों को विभिन्न प्रकार की पेशेवर सिखलाई देना है।इस संबंधी जानकारी देते पशु पालन, डेयर विकास व मत्सय पालन मंत्री गुलजार सिंह रणीके ने बताया कि जागरूकता कैंपों में पशु पालकों में बड़े स्तर पर जागृति लाई गई है और इस वर्ष १०,१२२ दूध उत्पादकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इन कैंपों द्वारा पशु पालक तथा पशुओं की सेहत को सुरक्षित रखने संबंधी बताया जाता है और आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल से दूध की प्रति दिन पैदावार को समय के साथ साथ बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक तथ्यों के उदाहरण से बताया जाता है।
स.रणीके ने आगे बताया कि डेयरी विकास विभाग द्वारा गांवों में विस्तार सेवाएं पहुंचाने के लिए विशेष तौर पर ४०० कैंप लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिस तहत १०२ दूध विस्तार सेवा कैंप लगाए गए हैं जिनमें ८२३१ दूध उत्पादकों को अह्म जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि डेयरी फार्मिंग एक वेैज्ञानिक व्यवसाय है जिसमें निरंतर सुधारें द्वारा ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। पंजाब सरकार द्वारा इस संबंधी जागरूकता लाने के लिए राज्य स्तर पर जागरूकता कैंपों का सफल आयोजन किया जा रहा है।पंजाब डेयरी विकास विभाग निदेशक इन्द्रजीत सिंह ने बताया कि किसानों को पशु पालन के व्यवसाय में सफल बनाना पंजाब डेयरी विकास विभाग का मु य कार्य है। जिस के लिए विभिनन क्षेत्रों की आवश्यकतों अनुसार व पशु पालन संबंधित जमीनी हकीकतों संबंधी जानकारी दी जाती है जिसके लिए दूध उत्पादकों के द्वार तक विषय विशेषज्ञों का पहुंचना बहुत जरूरी है। इसी उद्धेश्य को मु य रखते हुए डेयरी विकास विभाग द्वारा गांवों में दूध उदत्पादक जागरूकता कैंप लगाए जाते हैं।