ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री सिकंदर सिंह मलूका की अध्यक्षता में आज यहां स्टेट इम्पलाईमैंट ग्रांटी कौंसिल की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मगनरेगा स्कीम के अंतर्गत्त वित्तीय वर्ष, 2015-16 की प्रगति संबंधी कौंसिल के सदस्यों को जानकारी दी गई। इस स्कीम के विभिन्न पक्षों तथा पहलुओं संबंधी भी विचार विमर्श किया गया। उन्होंने बताया कि 5 एकड़ से कम भूमि का मालिक किसान जो स्वयं खेती करता है मगनरेगा स्कीम तहत मानदेय पाने का हकदार होगा। मलूका ने कहा कि मगनरेगा को कामयाब बनाने के लिए आवश्यक है कि पंचायती राज के प्रतिनिधियों को स्कीम संबंधी पूरी-पूरी जानकारी हो, इसलिए स्कीम के अंतगत्र्त जिले एवं ब्लॉक स्तर पर पी आर आई के प्रतिनिधियों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगाये जायेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संपूर्ण गतिविधियों द्वारा गांव स्तर तक स्कीम संबंधी और जागरूकता पैदा की जायेगी। इस बैठक के दौरान स्टेट इंपलाइमैंट ग्रांटी कौंसिल के सदस्यों द्वारा भी विभिन्न सुझाव दिये गये और मगनरेगा स्कीम के अधीन होने वाले नये कार्यो संबंधी भी विचार विमर्श किया गया। इस अवसर पर सचिव ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग श्री दीपेंद्र सिंह ढिल्लों ने मगनरेगा स्कीम के अंतर्गत्त आने वाली विभिन्न स्कीमों संबंधी विस्तार में विवरण दिया। इस अवसर पर स्टेट इंपलाईमैंट ग्रांटी कौंसिल द्वारा अन्य कार्यो के साथ-साथ मगनरेगा स्कीम अधीन गौशाला के निर्माण क रवाने के कार्यो को भी स्वीकृति दी गई जोकि भारत सरकार से स्वीकृति के पश्चात पंजाब राज्य में लागू कर दी जायेगी ताकि किसानों की फसलों को अवारा पशुओं से बचाया जा सके।
इस अवसर पर स्टेट इंपलाइमैंट ग्रांटी कौंसिल द्वारा वार्षिक रिपोर्टो को स्वीकृति दी गई। मंत्री जी द्वारा स्टेट इंपलाइमैंट ग्रांटी कौंसिल के समस्त सदस्यों के सुझावों को बड़े ध्यान से सुना और उनको प्रत्येक तीन महीने बाद स्टेट इम्पलाईमैंट ग्रांटी कौंसिल की बैठक करवाई जायेगी ताकि स्कीम को और सुचारू ढंग से लागू किया जा सके। इस बैठक में अन्य उच्च अधिकारियों के अतिरिक्त सचिव ग्रामीण विकास और पंचायत विभाग दीपेंद्र सिंह ढिल्लों, उपनिदेशक हरदयाल सिंह चठ्ठा और स्टेट इंपलाईमैंट ग्रांटी कौंसिल के समस्त सदस्य उपस्थित थे।