जिस प्रकार हम अपनी सूरत को सुंदर बनाने के लिए तरह तरह के पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं, उसी प्रकार हम निर्मल सोच, मधुर वाणी व सुंदर भावनाओं द्वारा अपनी सीरत को भी सुंदर बनाएं। यह उदगार सद्गुरू बाबा हरदेव सिंह जी महाराज ने पंचकूला के सैक्टर-5 स्थित खुले मैदान...