ग्रामीण विकास, पंचायतीराज व पशुपालन मंत्री अनिल शर्मा ने कहा है कि आनी विधानसभा क्षेत्र ने दुग्ध उत्पादन में प्रदेश भर में एक मिसाल कायम की है। हिमाचल प्रदेश मिल्क फैडरेशन के माध्यम से इस क्षेत्र में प्रतिदिन 40,320 लीटर दूध एकत्रित किया जा रहा है और यहां प्रतिमाह दुग्ध उत्पादकों को दो करोड़ 32 लाख रुपये आवंटित किए जा रहे हैं। वीरवार को आनी विधानसभा क्षेत्र के नित्थर गांव में आयोजित स्वच्छ दुग्ध उत्पादन जागरूकता शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए अनिल शर्मा ने यह जानकारी दी। शिविर का मुख्य उद्देश्य पशु पालकों की समस्याओं का समाधान करना और उन्हें आधुनिक तकनीकों से अवगत करवाना था।अनिल शर्मा ने बताया कि पशुपालन विभाग प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार ब्रीडिंग पालिसी लागू करेगा, ताकि लोगों को उन्नत नस्ल के दुधारू पशु उपलब्ध हो सके। उन्होंने पशुपालकों से आधुनिक तकनीक अपनाने की अपील की। अनिल शर्मा ने कहा कि मिल्क फैडरेशन ने प्रदेश में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए कई सराहनीय कार्य किए हैं। पिछले ढाई वर्षों के दौरान फैडरेशन की आय में भारी बढ़ोतरी हुई है। फैडरेशन की इस आय से पशुपालकों को बोनस और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने ढाई वर्ष के दौरान लगभग 90 पशु चिकित्सकों की भर्ती की है। उन्होंने कहा कि नित्थर में भूमि उपलब्ध होते ही पशु चिकित्सालय का निर्माण किया जाएगा। इस अवसर पर अनिल शर्मा ने क्षेत्र की विभिन्न दुग्ध सहकारी सभाओं के सदस्यों को मिल्क फैडरेशन की ओर से बाल्टियां भी वितरित कीं।इससे पहले मिल्क फैडरेशन के निदेशक मंडल के सदस्य जय चंद चैहान ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। निदेशक मंडल के सदस्य कुलवंत कश्यप और बीडीसी के पूर्व अध्यक्ष ईश्वरीनंद ने भी अपने विचार रखे। शिविर के दौरान पशुपालन विभाग के विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को पशुपालन से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। इस मौके पर पशुपालन विभाग के उपनिदेशक डा. युद्धवीर भारद्वाज, दुग्ध सहकारी सभाओं के पदाधिकारी व अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।