किसानों को जैविक खेती की तरफ बढना चाहिए इसका भविष्य अच्छा है, इसके होने से पानी की जो कमी है वो बचेगी तथा जो खाद व दवाईयों से बीमारियां बढ़ रही हैं वो बीमारियां भी खत्म होंगी। उन्होंने कहा कि किसानों को भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य और जन मानस की अच्छी सेहत के लिए जैविक खेती की ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है रसायनिक खादों का असंतुलित प्रयोग स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है। घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण आज घरौंडा के सब्जी उत्कृष्ठता केन्द्र में आयोजित दो दिवसीय चतुर्थ सब्जी मेले के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि किसानों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मेलों के माध्यम से बागवानी की नवीनतम तकनीकियों की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि इन उत्कृष्ठता केन्द्रों पर पोली हाऊस तथा खुले खेत में की जा रही सब्जियों का प्रदर्शन किया गया है। हरियाणा के किसानों ने संरक्षित खेती की ओर रूझान दिखाया है तथा इसके अन्तर्गत क्षेत्र दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि घरौंडा की तर्ज पर प्रदेश के 14 जिलों में किसानों के खेतों पर प्रदर्शन केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि इस मेले में आयोजित प्रतियोगिताओं में विभिन्न सब्जियों की लगभग 2500 प्रविष्टयां प्राप्त हुई हैं। यहां पर टमाटर, चैरी टमाटर, बंद गोभी, फूल गोभी, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, रंगीन शिमला मिर्च, मूली, खीरा, मटर, आलू, गाजर आदि विदेशी सब्जियों को प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। मेले में हरियाणा प्रदेश के ही नहीं बल्कि दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित कई प्रदेशों से हजारों की संख्या में किसान यहां आए हैं। इस मेले में विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों व निजी उद्यमियों द्वारा 70 स्टाल लगाए गए हैं। इस मेले में सब्जियों की प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पाने वाले किसान को 5100 रूपये व द्वितीय स्थान पर आने वाले किसान को 2100 रूपये की नकद राशि दी जाएगी। विधायक ने सब्जी उत्कृष्ठता केन्द्र में बनें सभी हिस्सों का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर उद्यान विभाग हरियाणा के महानिदेशक डा. अर्जुन सिंह सैनी ने बताया कि यहां पर किसानों से सम्बन्धित गोष्ठियां व सेमीनार आयोजित करवाए जा रहे हैं। इन सेमीनारों में किसानों को सब्जियों के उत्पादन में किस प्रकार से बढ़ावा मिले उसकी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्य में उद्यान फसलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय बागवानी मिशन चलाया जा रहा है जिसके अन्तर्गत 33 से 100 प्रतिशत तक बागवानी के विभिन्न मदों पर अनुदान दिया जा रहा है। ग्रीन हाऊस के आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए किसानों को 65 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है तथा ग्रीन हाऊस में सब्जी उत्पादन के लिए 70 रूपये प्रति वर्ग मीटर की दर से अनुदान दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त सुक्ष्म सिंचाई प्रणाली पर छोटे किसानों को 70 प्रतिशत व बड़े किसानों को 60 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है जिसके फलस्वरूप संरक्षित खेती एवं सुक्ष्म सिंचाई प्रणाली के अधीन सब्जियों के क्षेत्र में वृद्धि हुई है।
इस अवसर पर उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक डा.रणबीर सिह, डा. दीपक धतरवाल, डा. प्रेम चंद संधू, डा. आत्म प्रकाश बागडी, डा. कुलदीप सिंह व डा. धर्म सिंह, उप निदेशक डा. जोगेन्द्र सिंह, डा. मनोज कुंडू, डा. सतेन्द्र यादव, डा. महेन्द्र सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति व भारी संख्या में किसान उपस्थित थे।समापन समारोह में आज पुरस्कार वितरण करेंगे कृषि मंत्री ओ.पी. धनखड़। सब्जी प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार पाने वाले किसान को 5100 रूपये तथा द्वितीय पुरस्कार पाने वाले किसान को 2100 रूपये की नकद राशि दी जाएगी।बागवानी विभाग के महानिदेशक अर्जुन सिंह सैनी ने सब्जी उत्कृष्ठता मेले में सरकारी विभागों के साथ-साथ निजी उद्यमियों और संगठनों ने 70 स्टाल लगाए हैं इन स्टालों में टमाटर, चैरी टमाटर, बंद गोभी, फूल गोभी, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, रंगीन शिमला मिर्च, मूली, खीरा, मटर, आलू, गाजर आदि विदेशी सब्जियों को प्रदर्शनी में शामिल किया गया है। मेले में हरियाणा प्रदेश के ही नहीं बल्कि दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब सहित कई प्रदेशों से हजारों की संख्या में किसान यहां आए हैं।महानिदेशक ने बताया कि घरौंडा सब्जी उत्कृष्ठता केन्द्र की तर्ज पर प्रदेश के 14 जिलों में किसानों ने अपनी मेहनत के दम पर और बागवानी विभाग के मार्गदर्शन में अपने खेतों में सब्जी प्रदर्शन प्लांट स्थापित किए हैं ताकि किसानों को सब्जी उत्पादन के प्रति प्रेरित करके प्रति एकड़ उत्पादन क्षमता बढ़ाते हुए आय में वृद्धि की जा सके।