राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नॉर्वे के उद्योगपतियों को भारत में निवेश करने और भारत की विकासगाथा का हिस्सा बनने का आमंत्रण दिया। नॉर्वे नरेश हेराल्ड और रानी सोनजा द्वारा सोमवार की रात राष्ट्रपति के सम्मान में दिए गए एक प्रीतिभोज के दौरान मुखर्जी ने कहा कि भारत में व्यापार के आसार बेहद सकारात्मक और मजबूत हैं और नई सरकार ने निवेश को उत्साहित करने, भारत में विनिर्माण क्षेत्र को पुनर्जीवित करने, कौशल विकास को बढ़ावा देने और स्मार्ट शहरों को विकसित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने नॉर्वे के निवेशकों और कारोबारियों को भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं का इस्तेमाल करने के लिए आमंत्रित किया है।
मुखर्जी ने कहा, "हम रेलवे, सड़क, बंदरगाह, बिजली तथा संचार क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का स्वागत करते हैं। नई सरकार की मेक इन इंडिया पहल के लिए हम नॉर्वे की कंपनियों को भारत की समकक्ष कंपनियों के साथ काम करने के लिए आमंत्रित करते हैं। वर्तमान में प्रक्रियाओं को हम और सरल बना रहे हैं, ताकि भारत की विकासगाथा में वे शामिल हो सकें।"मुखर्जी ने असाधारण मानवीय प्रयासों को मान्यता देने खासकर शांति के नोबेल पुरस्कार देने के लिए नॉर्वे की भूमिका की सराहना की और कहा कि मानवीय और सांस्कृतिक मूल्यों की उन्नति में आपके द्वारा उठाए गए कदम का यह एक उत्कृष्ट उदाहरण था। उल्लेखनीय है कि ओस्लो में बीते सप्ताह नोबेल पुरस्कार समिति ने भारत के कैलाश सत्यार्थी और पाकिस्तान की मलाला यूसुफजई को शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की थी।