राज्य में महिलाओं के विरूद्ध अत्याचारों को रोकने के लिए और महिलाओं विरूद्ध हिंसा से निपटने के लिए बनाए गये सरकारी तंत्र को चुस्त-दुरूस्त करने के उद्धेश्य से आज यहां पंजाब राज्य महिला आयोग द्वारा राज्यभर के वोमैन सेलों तथा वोमैन पुलिस स्टेशनों के इंचार्जों से उच्च स्तरीय बैठक की गई। महिलाओं की समस्याएं प्राथमिकता के आधार पर हल करने की जरूरत पर बल देते हुए पंजाब राज्यभर में आयोग की चेयरपर्सन बीबी परमजीत कौर लांडरा ने कहा कि राज्य तथा समस्त वोमैन सैलों और वोमैन पुलिस स्टेशनों को महिलाओं से सम्बन्धित केसों की प्रगति रिपोर्टें लिखित तौर पर प्रत्येक माह आयोग को भेजने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान महिलाओं के शारीरिक शोषण के मामलों सम्बन्धी जांच केवल तथा केवल महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा की जाये ताकि महिलाओं को किसी प्रकार की मुश्किल पेश न आए।
बीबी लांडरा ने महिलाओं को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान की जरूरत पर बल देते हुए कहा कि राज्य के समस्त वोमैन सैलों और वोमैन पुलिस स्टेशनों के इंचार्जों से बैठक के दौरान ईमारतों, कम्प्यूटरों, व्हीकल, फर्नीचर, महिला स्टाफ और पुरूष स्टाफ की कमी सामने आई है और इस सम्बन्धी पंजाब सरकार को लिखित जानकारी दे दी जाये। उन्होंने बताया कि विभिन्न वोमैन सैलों और वोमैन स्टेशनों में महिलाओं से सम्बन्धित आए आवेदनों को समय पर हल करने और कार्रवाई प्रबन्धों में कुछ मुश्किलें आई हैं, जिनकों हल करने सम्बन्धी एक संयुक्त फार्मूला तैयार करने के लिए आदेश दिये गये हैं।
समस्त वोमैन सैलों, वोमैन पुलिस स्टेशनों के इंचार्जों तथा सदस्यों को मेहनत से कार्य करने की अपील करते हुए बीबी लांडरा ने कहा कि महिलाओं के मसलों को गंभीरता से लिया जाये। उन्होंने कहा कि वोमैन सैलों, वामैन पुलिस स्टेशनों के पैनल में कौंसलिंग सदस्य नियुक्त करते समय सम्बन्धित की जीवन पृष्ठभूमि की जानकारी अवश्य ली जाये। बीबी लांडरा ने कहा कि कमिशन राज्य में महिलाओं के अच्छा वातावरण सृजना के लिए गंभीर है। उन्होंने बताया कि कमिशन द्वारा अब तक पीड़ित महिलाओं के 277 केसों की सुनवाई की गई है जिनमें से चालीस केसों का निर्णय/ राजीनामा करवाया गया है जबकि शेष केसों की कार्रवाई जारी है। इस अवसर पर बीबी वीरपाल कौर तरमालाय, बीबी शोभा राणा (दोनों सदस्य पंजाब राज्य महिला आयोग ) स. हिम्मत सिंह, सदस्य सचिव पंजाब राज्य महिला आयोग, मैडम शशी प्रभा आईजी क्राइम, पंजाब पुलिस और श्री रजनीश कुमार जस्सल उप निदेशक सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग पंजाब आदि उपस्थित थे।