शिरोमणि अकाली दल ने स्पष्ट किया है कि राज्य के हितों की खातिर देश के प्रधानमंत्री को मिलना केवल एवं केवल मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल का अधिकार क्षेत्र है, जिसके लिए उनको किसी से कोई मंजूरी लेने की आवश्यकता नही है।भाजपा नेता बलराम जी दास टंडन द्वारा की बयानबाजी संबंधी अकाली दल के महासचिव श्री महेश इंद्र सिंह ग्रेवाल ने कहा कि कोई भी यह निर्धारित नही कर सकता कि मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को कब एवं कैसे मिलना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री को मिलना लगातार चलने वाली प्रक्रिया है एवं जब भी जरूरत है मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को मिलेंगे।
ग्रेवाल ने कहा कि अकाली दल एक आज़ाद पार्टी है जोकि कुर्बानियों से अस्तित्व में आई थी। उन्होंने कहा कि विभिन्न मुद्दों पर हमारी पार्टी के अपने विचार हैं और अकाली दल कभी भी अपने सिद्धांतों पर पंजाब के मसलों पर किसी भी कीमत पर समझौता नही करेगा। श्री ग्रेवाल ने कहा कि गठजोड़ ने कुछ मर्यादाए होंती हैं एवं यदि विचारों की भिन्नता है तो वह भी पहले तालमेल कमेटी के पास उठाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बिना किसी जरूरत से प्रेस द्वारा ऐसी बयानबाज़ी करना केवल एवं केवल लोगों में गठजोड़ के प्रति अविशवास ही पैदा करते हैं। जबकि असल में ऐसा कुछ नही। उनहोंने कहा कि अकाली दल ही ऐसी पार्टी है जिसने भाजपा को हमेशा बिना शर्त समर्थन दिया है और मुख्यमंत्री स. प्रकाश सिंह बादल भाजपा के साथ उस समय से खड़ें जब भाजपा को मुख्य धारा वाली सभी पार्टियां अछूत समझती थी।टंडन को आंतरिक मंथन करने की सलाह देते हुए श्री ग्रेवाल ने कहा कि श्री मोदी एन डी ए सरकार के प्रधानमंत्री हैं जिसका अकाली दल प्रमुख सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि अब जब 10 वर्ष के भेदभाव के बाद केंद्र में अपनी सरकार बनी है तो हमे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के हाथ मज़बूत करने चाहिए एवं किसी भी जिम्मेवार नेता को ऐसी बयानबाज़ी से बचना चाहिए।