पर्यटन विभाग की आयुक्त सचिव यशा मुद्गल ने स्वदेश दर्शन 1.0, पीएमडीपी और यूटी कैपेक्स बजट के तहत परियोजनाओं के निष्पादन की समीक्षा हेतु एक बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में पर्यटन विभाग से संबंधित कार्यकारी अभियंताओं को अभिलेखों के सुचारू हस्तांतरण, स्वदेश दर्शन योजना के तहत निष्पादित विकास परियोजनाओं को पूरा करने को प्राथमिकता देने, प्रसाद योजना के तहत स्वीकृत परमंडल उत्तरबेहनी डीपीआर की स्थिति, धन वितरण से संबंधित मुद्दों के समाधान सहित विभिन्न मामलों पर विस्तृत चर्चा हुई।
आयुक्त सचिव ने संबंधित अधिकारियों से कार्य निष्पादन की वर्तमान गति का आकलन करने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने के अलावा संशोधित अनुमानित यूटी कैपेक्स बजट परियोजना को प्रस्तुत करने की समीक्षा करने के लिए भी कहा।यशा मुद्गल ने अधिकारियों को स्वदेश दर्शन 1.0, पीएमडीपी और कैपेक्स बजट के तहत क्रियान्वित की जा रही सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया।
उन्होंने एचओडी और कार्यकारी एजेंसियों से भौतिक और वित्तीय उपलब्धि के पूरे विवरण के साथ अपनी सभी परियोजनाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में एक स्थिति रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।आयुक्त सचिव ने इंजीनियरों को यूटी कैपेक्स बजट परियोजनाओं के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट की तैयारी की स्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कामकाजी मौसम से पहले डीपीआर को पूरा करने, अनुमोदन की प्रक्रिया और निविदा जारी करने के महत्व पर जोर दिया।
इसके अतिरिक्त यशा मुद्गल ने अधिकारियों से उन परियोजनाओं को वापस लेने को कहा जिन पर अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। अधिकारियों को इस सप्ताह के शुक्रवार तक रिकॉर्ड का हस्तांतरण सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया, साथ ही दोनों संभागों के मुख्य अभियंताओं को परियोजनाओं को संभालने के लिए आवश्यक सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए कहा।लोक निर्माण विभाग के सचिव भूपिंदर कुमार ने बैठक में स्वदेश दर्शन योजना, प्रसाद योजना के तहत इन कार्यों को तेजी से पूरा करने हेतु अपनाई जा रही रणनीतियों पर प्रकाश डालते हुए इन महत्वपूर्ण परियोजनाओं के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जानकारी दी।
बैठक में पर्यटन कश्मीर और जम्मू के निदेशक, प्रबंध निदेशक जम्मू-कश्मीर विकास निगम, प्रबंध निदेशक केबल कॉर्पोरेशन, प्रबंध निदेशक जेकेपीसीसी, मुख्य अभियंता मध्य उत्तर और दक्षिण कश्मीर, निदेशक वित्त पर्यटन विभाग, अतिरिक्त सचिव पर्यटन विभाग, सभी पर्यटन विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी षामिल थे जबकि कश्मीर स्थित अधिकारियों ने विडियो कांफ्रैंसिग के माध्यम से भाग लिया।