जिला मजिस्ट्रेट सचिन कुमार वैश्य ने जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड के लेखा सहायक (वित्त) के पद के लिए ओएमआर आधारित लिखित परीक्षा की व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए शिक्षक भवन में संबंधित अधिकारियों की एक बैठक बुलाई। बैठक में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट अनसूया जम्वाल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी जे.के. पाधा, सदस्य जेकेएसएसबी अतुल कुमार और अन्य संबंधित उपस्थित थे।33793 अभ्यर्थियों के लिए जिले भर में बनाए गए 87 परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था की स्थिति के संबंध में एडीएम ने डीएम को जानकारी दी।
प्रत्येक केंद्र के लिए केंद्र अधीक्षकों, पर्यवेक्षकों, दंडाधिकारियों को नामित किया गया है और उन्हें उनकी भूमिका और जिम्मेदारियों के संबंध में जानकारी दी गई है।बैठक में परीक्षा प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई, जैसे सुरक्षा व्यवस्था, परिवहन के लिए रसद, परीक्षा सामग्री को सुरक्षित रखना और कुशल यातायात प्रबंधन, जनशक्ति की भूमिका और जिम्मेदारियां, बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था, परीक्षा से पहले और बाद की प्रक्रियाएं षामिल हैं।
डीएम ने कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है और परीक्षा के संचालन में एसओपी के पालन में किसी भी तरह की ढिलाई से सख्ती से निपटा जाएगा।उन्होंने समय के महत्व पर जोर देते हुए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से समय-सीमा का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने पुरुष और महिला दोनों उम्मीदवारों और उनके सामान की गहन तलाशी की आवश्यकता पर बल दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी उम्मीदवार उचित स्क्रीनिंग के बिना परीक्षा केंद्र में प्रवेश न करे।डीएम ने संबंधित अधिकारियों को अभ्यर्थियों की सुविधा और प्रक्रिया को सुचारू और निर्बाध बनाने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान आरटीओ जम्मू को निर्धारित परीक्षा केंद्रों तक उचित परिवहन व्यवस्था और सामग्री उठाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।इसी प्रकार संस्था प्रधानों को परीक्षा केन्द्रों पर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये।