परिवर्तन पदयात्रा आपके द्वार’’ बुधवार को 158वें दिन जिला करनाल के हलका निलोखेड़ी के गांव कारसा से शुरू हुई और गांव निगद होते हुए बडालवा पहुंची जहां इनेलो प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला का गांव वासियों ने ढोल नगाड़ों और पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया। अभय चौटाला जब बडाला गांव वासियों से सीधा संवाद करते हुए उनकी समस्याओं के बारे में जान रहे थे तब एक महिला ने उनको अपना दुखड़ा सुनाते हुए कहा कि 6 साल पहले उसका राशन कार्ड बना था जो अब काट दिया गया है।
जब वो दोबारा अपना राशन कार्ड बनवाने गई तो उससे 3 हजार रूपए रिश्वत के मांगे गए। उसने बताया कि उसके सिर्फ चार बेटियां हैं और घर में कोई कमाने वाला नहीं है ऐसे में वो रिश्वत देने के लिए 3 हजार रूपए कहां से लाए। उस महिला की बात को सुनकर इनेलो नेता ने ग्रामीणों से कहा कि आप इसी बात से अंदाजा लगा लो कि इस भाजपा गठबंधन सरकार में कितना बड़ा भ्रष्टाचार है और कैसे एक गरीब महिला पर अत्याचार किया जा रहा है।
इनेलो नेता ने ग्रामीणों से उनकी फसल-बाड़ी के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि फसलें बाढ़ के पानी के कारण खराब हो गई हैं। जब इनेलो नेता ने उनसे पूछा कि क्या कोई सरकारी अधिकारी उनकी खराब हुई फसलों को देखने आया है तो ग्रामीणों ने बताया कि आज तक कोई सरकारी अधिकारी नहीं आया। अभय ने ग्रामीणों की बातें सुन कर कहा कि इन सब बातों से यह साबित होता है कि भाजपा गठबंधन सरकार किसानों की हितैषी नहीं है और लगातार किसानों को कमजोर करने में लगी है।
भाजपा गठबंधन सरकार ने खाद, बीज, कीड़ेमार दवाइयां सब महंगी कर दी हैं। ऊपर से मुख्यमंत्री ने आदेश जारी कर दिए हैं कि अगर किसान को खाद चाहिए तो उसे पोर्टल पर लिख के देना पड़ेगा कि कितनी खाद चाहिए। पैक्स में खाद है नहीं और मजबूरी में किसानों को बाजार से 300 रूपए वाला बैग ब्लैक में महंगा लेना पड़ता है। भाजपा गठबंधन सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण महंगाई बढ़ गई, भ्रष्टाचार बढ़ गया और कानून व्यवस्था खत्म हो गई है।
अब प्रदेश के सभी वर्ग के लोग इस नकारा और निकम्मी भाजपा गठबंधन सरकार को बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का रूझान और विश्वास अब सिर्फ इनेलो की तरफ है और इंतजार कर रहे हैं कि जैसे ही चुनाव आएंगे तो इनेलो को सत्ता सौंपेंगे। इनेलो की सरकार बनते ही जो वादे किए हैं उन्हें प्रमुखता से पूरा किया जाएगा। इस दौरान इनेलो में शमिल होने का सिलसिला जारी रहा और अन्य दलों को छोडक़र सैकड़ों की तादाद में लोगों ने चौ. देवी लाल की नीतियों में आस्था रखते हुए इनेलो की सदस्यता ग्रहण की।