उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्री अमरनाथ जी यात्रा के दौरान यातायात प्रबंधन और व्यापक गतिशीलता योजना की समीक्षा हेतु पुलिस और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
उपराज्यपाल ने सुचारू यातायात, पार्किंग और पैदल यात्री संचालन सुनिश्चित करने हेतु संबंधित विभागों, जिला प्रशासन, एसएसपी और यातायात पुलिस के साथ निकट समन्वय में राष्ट्रीय राजमार्ग-44 पर जोन-वार यातायात योजना बनाने का निर्देश दिया।
उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि काफिलों, पशुधन, आवश्यक वस्तुओं और बागवानी उत्पादों को ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही के लिए समय स्लॉट अधिसूचित किया जाना चाहिए। साथ ही यातायात सलाह, शेड्यूल और कटऑफ टाइमिंग का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ट्रैफिक पुलिस, एनएचएआई, बीआरओ और अन्य एजेंसियों को भी वास्तविक समय की घटना पर प्रतिक्रिया देने और दुर्घटना जनित ठहरावों के प्रभावों को कम करने हेतु अधिक कर्मियों और मशीनरी को तैनात करना चाहिए।
उपराज्यपाल ने यातायात पुलिस के अधिकारियों को प्रभावी यातायात, पारगमन और यात्रा मांग प्रबंधन के लिए एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्रों का उपयोग करने का निर्देश दिया। उन्होंने संभागीय आयुक्तों और एडीजीपी को अपने-अपने संभागों में यातायात प्रबंधन की समग्र निगरानी करने का निर्देश दिया।
बैठक में मुगल रोड के उपयोग, वैकल्पिक मार्गों, मुगल रोड पर सार्वजनिक उपयोगिताओं और पहलगाम और सोनमर्ग में यातायात प्रबंधन पर भी चर्चा हुई। आईजीपी भीम सेन टूटी ने यात्रा की कार्य योजना पर विस्तृत जानकारी दी।
बैठक में एसीएस गृह आर.के गोयल, पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण शैलेन्द्र कुमार, सीईओ श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड डॉ. मनदीप कुमार भंडारी, एडीजीपी, संभागीय आयुक्त, उपायुक्त, एसएसपी और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।