सचिव, खनन अमित शर्मा ने रियासी जिले के सलाल-हैमना क्षेत्र में स्थित लिथियम रिजर्व साइट का दौरा किया और क्षेत्र का प्रत्यक्ष लेखा-जोखा लिया और जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में की गई प्रगति की समीक्षा की।उनके साथ निदेशक भूविज्ञान और खनन ओ.पी. भगत, संयुक्त निदेशक जम्मू एच.एल. लंगेह, जिला खनिज अधिकारी रियासी शफीक अहमद, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सरपंच और क्षेत्र के अन्य प्रमुख नागरिक थे।
खनन विभाग के अधिकारियों ने दौरे के दौरान सचिव को बताया कि लीथियम भंडार स्थल का सीमांकन कार्य कुछ दिन पहले पूरा कर लिया गया है जो लगभग तीन वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और तदनुसार राजस्व विभाग ने इन सीमांकित सीमाओं के भीतर आने वाली बस्तियों, वृक्षारोपण और अन्य संपत्तियों की सूची तैयार करने का कार्य भी पूरा कर लिया है।
क्षेत्र की जनता ने सचिव से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया कि जिन व्यक्तियों की संपत्ति लिथियम रिजर्व के क्षेत्र में आ रही है, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए, जिसमें उन्होंने आश्वासन दिया कि इसे सुनिश्चित करने हेतु डीसी रियासी और उनकी टीम सहित संबंधित अधिकारियों द्वारा सभी देखभाल और उचित परिश्रम दिखाया जाएगा।
इसके अतिरिक्त अमित शर्मा कहा कि जम्मू-कष्मीर के उपराज्यपाल और मुख्य सचिव के नेतृत्व में यूटी प्रशासन जल्द से जल्द रियासी में लिथियम निष्कर्षण हेतु अगले कदम उठाने की ओर देख रहा है और 5.9 मिलियन टन तक लिथियम के इस संभावित समृद्ध भंडार, जो दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा भंडार है, के लिए निष्कर्षण प्रक्रिया को आगे बढ़ाने हेतु लेनदेन सलाहकार और नीलामी मंच नियुक्त करने की दिशा में उनके दूरदर्शी निर्देशों के तहत पहले से ही एक प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है।
बाद में, सचिव खनन ने डीसी रियासी बबिला रुकवाल और निदेशक भूविज्ञान और खनन के साथ विभिन्न विभागों के जिला अधिकारियों के साथ संपत्ति की पहचान के संबंध में हुई प्रगति के बारे में जानने के लिए एक विचार-मंथन बैठक का नेतृत्व किया।
यात्रा के समापन से पहले, सचिव खनन अमित शर्मा ने आश्वासन दिया कि सरकार इस लिथियम खोज को जल्द ही एक वास्तविकता बनाने के लिए हर संभव कदम और उपाय करेगी और इसके लिए केंद्र सरकार के पूर्ण समर्थन के साथ तय समय सीमा को पूरा करेगी।