सीजीसी लांडरां संस्थान के गर्व में और चार चांद लगाते हुए सीबीएसए के तीन छात्रों की टीम उन्नति आईआईएम इंदौर में आयोजित हुए 9वें अंतर्राष्ट्रीय बी-प्लान चैंपियनशिप की विजेता बनी। एमबीए के दूसरे वर्ष के छात्र सतिंदर, योगेश कपिला और मनीप्रीत सिंह को 25,000 नकद पुरस्कार, विजेता की ट्राफी और प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। इन छात्रों ने एक ऐसी पोर्टेबल मशीन का अविष्कार किया है जिसकी मदद से किसानों को उनके निपटान में उपलब्ध कच्चे माल के उपयोग से मवेशियों या पोल्ट्री स्टॉक के लिए चारा बनाने में आसानी होगी।
इस निमार्ण से कृषि उपयोगकर्ताओं को बहुत से लाभ प्राप्त होंगे, जैसे की - लागत में फायदा होगा, मवेशियों या पोल्ट्री के लिए पौष्टिक भोजन का निर्माण होगा और साथ ही आवश्यकता के हिसाब से ही मात्रा को चुनने की स्वतंत्रता प्राप्त होगी। आईआईएम में आयोजित हुई इस प्रतियोगिता में 35 टीम्स शोर्टलिस्ट हुई थी, जिनमें से 16 टीम्स को फाइनल राउंड में प्रतिस्पर्धा करने के लिए चुना गया था । सभी प्रतिभागियों को अपने बी-प्लान की विस्तार से प्रस्तुति देनी थी और उसके अंत में जज के पेनल के द्वारा प्रश्न और उत्तर सत्र का भी आयोजन किया गया था।
उन्हें प्लान्स की मार्किट व्यवहार्यता, लागत लाभ, निवेश पर लाभ और स्थिरता के आधार पर चुना गया था ।टीम उन्नती के तीन छात्रों में से एक सतिंदर ने कहा कि उनके दिमाग में यह आइडिया अपने दादा जी के साथ एक बार बात करते हुए आया था। जब उन्होंने इस पर चर्चा करते हुए अपनी चिंता जताई थी कि समकालीन समय में पशु आहार की लागत में बिना किसी आनुपातिक वृद्धि या पौषण के बहुत तेज़ी हुई है।
लगभग एक सदी से खेती कर रहे किसानों के परिवार से ताल्लुक रखने की वजह से ही सतिंदर और उनके दोस्तों ने एक ऐसा अविष्कार करने के लिए विचार विमर्श किया जिससे किसानों को लागत प्रभावी तरीके से गुणवत्तापूर्ण चारा बनाने का एक आसान विकल्प प्रदान करने में मदद हो सके। इस प्रतियोगिता को जीतने पर अपनी खुशी व्यक्त करते हुए छात्रों ने अपने गुरु प्रोफेसेर डाॅ दीपिका कौर और सीजीसी लांडरा को हर कदम पर मागदर्शन और समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया। उनके इस आइडिया को अब आगे विकास के लिए सीजीसी लांडरा में एसीआईसी राइज़ एसोसिएशन द्वारा विकसित किया जा रहा है।