नुपुर शर्मा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। दिन ब दिन नुपुर शर्मा को जान से मारने की धमकियां मिल रही है। वहीं अब Nupur Sharma ने एक बार फिर Supreme Court का दरवाजा खटखटाया है। नुपुर ने अपनी अर्जी में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट टिप्पणियों के कारण उन्हें जान का खतरा है। हर दिन जान से मारने की धमकी मिल रही है।
वकील के अनुसार, नुपुर ने गिरफ्तारी से राहत देने और विभिन्न राज्यों में दर्ज FIR को एक जगह ट्रांसफर करने की भी मांग की है। आज यानी मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई होनी है। पिछली याचिका पर सुनवाई करने वाली जस्टिस सूर्यकांत और जेबी पार्डीवाला की पीठ के समक्ष ही नुपुर की नई अर्जी सुनवाई के लिए लगी है।
Nupur Sharma ने अपनी पिछली याचिका में अपने खिलाफ सभी मामलों को एक साथ संलग्न करके एक जगह ट्रांसफर करने की मांग की थी। उन्होंने शीर्ष अदालत से कहा था कि उनकी जान को खतरा है। इसलिए कानून के मुताबिक सभी मामले एक साथ संलग्न कर दिए जाएं। Supreme Court ने उनकी कोई दलील स्वीकार नहीं की थी और याचिका पर विचार करने से इन्कार कर दिया था। इसके बाद नुपुर के वकील मनिंदर सिंह ने याचिका वापस ले ली थी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार 27 मई को भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर नुपुर एक TV चैनल की डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नुपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया, जिसे कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नुपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया। इस बयान के बाद देश में दंगे होने लगे और काफी जगह हिंसा हुई। पुलिस पर पत्थरबाजी की गई। नुपुर के इस बयान से पूरा देश जल उठा यहां तक कि इसकी आग अभी तक नहीं बुझी है।
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने एक जुलाई को इस मामले में टिप्पणी करते हुए कहा था कि नुपुर की बदजुबानी ने पूरे देश को आग में झोंक दिया। देश में जो हो रहा है, उसके लिए वही जिम्मेदार हैं। उदयपुर में हिंसा हुई उसके लिए भी नुपुर शर्मा द्वारा दिया गया बयान ही जिम्मेदार है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का पूरे देश में विरोध हुआ। देश के नामी लोगों और पूर्व जजों ने भी इस टिप्पणी का विरोध किया था। वहीं नुपुर शर्मा का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की इस टिप्पणी के बाद उन्हें जान से मारने की ज्यादा धमकियां मिल रही हैं।