साल 2022 की शुरुआत सिनेमाप्रेमियों के लिए बहुत अच्छी नहीं रही है। इस साल की शुरुआत में ही कई लीजेंड दुनिया को अलविदा कहकर चले गए हैं। भारत में सिंगिंग की दुनिया में एक के बाद एक महान सिंगर्स की मौत ने सबको हिला कर रख दिया है। मानो जैसे भारत की इंटरनेंमेंट दुनियां में किसी कि नज़र ही लग गई हो।
अभी 2022 का छठा महीना शुरू हुआ ही है ऐसे में एक के बाद एक बड़ी मौत ने सबको हिला कर रख दिया है। भारत को इन दिग्गज कलाकर सिद्धू मूसे वाला,बप्पी लहिड़ी,लता मंगेशकर और अब kk को खोने का नुकसान काफ़ी महंगा पढ़ा है। खैर आज हम उन सभी की याद में एक आर्टिकल के जरिए याद करके 2022 में खोए इन महान गायकों के बारे में बताने वाले हैं।
आइए शुरू करते हैं:-
इन प्रसिद्ध गायकों के बारे में अधिक जानने के लिए नीचे स्क्रॉल करें जिनका 2022 में निधन हो गया:-
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar 1929 -2022)
देश की मशहूर गायिका और स्वर कोकिला लता मंगेशकर का साल 2022 में फरवरी में निधन हो गया है। 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने अंतिम सांस ली है। जनवरी 2022 में कोरोना वायरस की चपेट में आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिसके बाद से वे अपनी जिंदगी की लड़ाई लड़ रही थी और 6 फरवरी को दुनियां को अलविदा कह गई।
लता दीदी भारतीय भाषाओं में अब तक 30 हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा जा चुका है। इसके अलावा उन्हें पद्म भूषण, पद्म विभूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
स्वर कोकिला के निधन के बाद पुरे देश में दुख मनाया गया और पुरे सम्मान से इनका संस्कार करवाया गया था आज ये हमारे बीच जिन्दा तो नहीं है लेकिन आज भी अगर हम इनके गाये हुए गानों को सुन लें तो एक पल के लिए कभी आपको ये एहसास हो होगा की ये इस दुनियां से जा चुकी है। ये एक ऐसी हस्ती है जो हर गीतकार के लिए एक प्रेनणा बन चुकी है।
बप्पी लहिड़ी (Bappi Lahiri 1952 -2022)
गायक और गीतकार बप्पी लहिड़ी का 69 वर्ष की आयु में 15 फरवरी, 2022 को निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार थे और जुहू, मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया से उनकी मृत्यु हो गई। लहिड़ी को सभी क्षेत्रों के लोगों ने श्रद्धांजलि दी।गायक, जिसे बप्पी दा के नाम से जाना जाता था और 1980 और 1990 के दशक में बहुत लोकप्रिय था, भारतीय जनता के लिए डिस्को गाने पेश करने के लिए सबसे अधिक जाना जाता है।
बप्पी 17 साल की उम्र से ही सिंगर बनना चाहते थे और उनकी प्रेरणा बने एसडी बर्मन। बप्पी टीनएज में एसडी बर्मन के गानों को सुना करते और उन्हें रियाज किया करते थे। जिस दौर में लोग रोमांटिक संगीत सुनना पसंद करते थे उस वक्त बप्पी ने बॉलीवुड में 'डिस्को डांस' को इंट्रोड्यूस करवाया। उन्हें अपना पहला अवसर एक बंगाली फ़िल्म, दादू (1972) और पहली हिंदी फ़िल्म नन्हा शिकारी (1973) में मिला जिसके लिए उन्होंने संगीत दिया था। जिस फ़िल्म ने उन्हें बॉलीवुड में स्थापित किया, वह ताहिर हुसैन की हिंदी फ़िल्म ज़ख़्मी (1975) थी, जिसके लिए उन्होंने संगीत की रचना की और पार्श्व गायक के रूप में दोगुनी कमाई की।
केके (KK (1968 - 2022)
केके के नाम से मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ का कल यानि मंगलवार को कोलकाता में निधन हो गया. अधिकारियों ने बताया कि एक कॉलेज की तरफ से नजरुल मंच में एक समारोह का आयोजन किया गया था, वहां करीब एक घंटे तक गाने के बाद जब केके वापस अपने होटल पहुंचे तो वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे। अधिकारियों ने बताया कि गायक को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सोशल मीडिया पर सिंगर केके के अंतिम परफॉर्मेंस की कई वीडियोस शेयर की जा रही हैं। कंसर्ट के दौरान केके ने, ''हम रहे या ना रहें कल, कल याद आएंगे ये पल...'', 'आशाएं खिले दिल की, उम्मीदें हंसे दिल की, अब मुश्किल, तू जो मिला तो हो गया सब हासिल, नहीं कुछ भी, नहीं कुछ भी...' जैसे गाने गाए।
53 साल की उम्र में केके ने अपना काफी नाम कमाया था जिन्होंने हिंदी समेत तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और बंगाली जैसी कई भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं. उन्हें फिल्म काइट्स में "जिंदगी दो पल की", ओम शांति ओम फिल्म में "आंखों में तेरी", फिल्म बचना ऐ हसीनों में "खुदा जाने", फिल्म हम में "तड़प तड़प" जैसे गानों से बॉलीवुड में भी अपनी मधुर आवाज से एक अलग पहचान बनाई थी। हमें दुःख है की अब हम कभी उनकी आवाज़ में कोई नया गाना नहीं सुन सकते हैं। लेकिन हमारे पास उन्हें हमेशा जिंदा रखने के लिए उनके द्बारा गाये हुए गाने ही काफ़ी है जो कभीये एहसास नहीं होने देंगे की अब वो इस दुनिया में नहीं है।
सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moosewala -2022)
29 मई, 2022 को पंजाब के मानसा जिले में अज्ञात हत्यारों ने लोकप्रिय पंजाबी संगीतकार सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी। हमलावरों ने जब उन्हें रोका और उन पर 30 से ज्यादा राउंड फायरिंग की तो वह अपनी महिंद्रा थार में थे। गीतकार-गायक, जो हाल ही में हुए राज्य चुनावों में कांग्रेस के टिकट पर दौड़े और हार गए, न केवल अपने मूल राज्य में बल्कि कनाडा, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका में पंजाबी प्रवासियों के बीच भी काफी पसंद किए जाते थे। कई पॉलीवुड, बॉलीवुड और हॉलीवुड कलाकार अपना दुख और दिवंगत कलाकार के साथ बिताए समय को दिखाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। सिद्धू ने 'सो हाई' गीत के साथ एकदम सफलता हासिल की जिसके बाद उनकी फैन फोल्लोविंग भी काफी बढ़ गई।
जिसके बाद इन्होंने लीजेंड, टोचन, 295, और द लास्ट राइड,आदि फेमस गाने गाये। लेकिन दुनियां को सबसे बड़ा झटका तो तब लगा जब ये महान गायक 28 साल की उम्र में सबको अलविदा कह कर दुनियां को छोड़ कर चला गया। पंजाबी हो या हिंदी इंडस्ट्री, हम इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि इनके जाने के बाद हमने और हमारे भारत ने किन दिग्गज कलकारों को खो दिया है। ये भारी नुकसान शायद कभी कवर नहीं हो सकता, लेकिन हमें उम्मीद है कि उनकी विरासत को आगे बढ़ाया जायेगा, ये कलाकार तो दुनियां से जा चुके हैं लेकिन हमेशा उनको अमर रखने वाली आवज पीछे छोड़ गए हैं जिसकी वजह से वे हमेशा अपने फैंस के बीच जिंदा रहेंगे!