केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर में जल्द ही दो नए हवाई अड्डे स्थापित किए जाएंगे।उन्होंने यह बात श्रीनगर जिले के हारवन ब्लॉक में डीडीसी, बीडीसी सदस्यों, पीआरआई और स्थानीय लोगों के साथ बातचीत कार्यक्रम के दौरान कही।एक बड़े विकास के रूप में, मंत्री ने कहा कि 1500 करोड़ रुपये की लागत से कश्मीर में 25 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर एक हवाई अडडे, जबकि 650 करोड़ रुपये की लागत पर जम्मू में 22 हजार वर्ग किलोमीटर जमीन पर दूसरे हवाई अड्डे की स्थापना की जाएगी।उन्होंने कहा कि चूंकि जम्मू और कश्मीर में हवाई और सड़क संपर्क दोनों के विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, इसलिए जम्मू, कश्मीर और लद्दाख में राजमार्गों, रिंग रोड, सुरंगों और अन्य परियोजनाओं सहित एक प्रमुख सड़क नेटवर्क का निर्माण किया जा रहा है।मंत्री ने कहा कि कनेक्टिविटी के विकास से जम्मू-कश्मीर में अधिक पर्यटक आएंगे और स्थानीय शिल्प को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अन्य प्रमुख परियोजनाओं के अलावा रिंग रोड पर 3000 करोड़ रुपये की परियोजना का काम जोरों पर चल रहा है, जबकि 100 प्रतिशत घरों में बिजली की आपूर्ति की जा रही है, जो वर्तमान सरकार द्वारा संभव बनाया गया है।मंत्री ने कहा कि वर्तमान में 82 प्रतिशत आबादी जुड़ी हुई है और नल के पानी की आपूर्ति की जा रही है, हालांकि, सरकार निकट भविष्य में सभी घरों को कवर करने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली सरकार न केवल जम्मू-कश्मीर में भ्रष्टाचार को रोकने में सफल रही, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में भी इन वर्षों के दौरान केंद्र शासित प्रदेश में विकास हुआ है।इस अवसर पर उपस्थित विभिन्न डीडीसी, बीडीसी सदस्यों, सरपंचों और अन्य पीआरआई ने मंत्री के समक्ष अपनी मांगों को रखा।सदस्यों द्वारा उठाई गई मांगों में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच विकास की खाई को पाटना, हारवन में डिग्री कॉलेज, आयुष अस्पताल का निर्माण, ग्रामीण पर्यटन के लिए क्षेत्र का विकास, बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधा, बिजली और पानी के शुल्क में कटौती, ड्राइवरों के लिए ऋण माफी शामिल है। इस अवसर पर डीसी श्रीनगर, मोहम्मद एजाज असद, मंत्री के निजी सचिव, एसएसपी श्रीनगर, एडीसी श्रीनगर और आरडीडी के अधिकारी भी उपस्थित थे।