एलपीयू की बी.एस.सी (एयरलाइंस, टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी) प्रोग्राम की स्टूडेंट गीतिका को हाल ही में कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रेजर वैली (यूएफवी) में दाखिला मिला है । गीतिका ने अंतरराष्ट्रीय शिक्षा और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कनाडा में एलपीयू से जुड़ी नई शैक्षणिक यात्रा की शुरुआत की है । इस प्रति कोरोना महामारी भी उसके लक्षित अंतरराष्ट्रीय स्टडी प्रोग्राम में बाधा नहीं डाल सकी। वर्तमान में एलपीयू के विशेष क्रेडिट ट्रांसफर प्रोग्राम ’के तहत वह कनाडा में है।गीतिका ने लगभग 50 साल पुरानी विदेशी यूनिवर्सिटी-'यूएफवी' में दाखिला ले लिया है। एलपीयू के क्रेडिट ट्रांसफर प्रोग्राम के माध्यम से, उसने एलपीयू में अपने स्टडी कार्यक्रम के फर्स्ट हाफ का अध्ययन करके पहले दो साल की विदेशी विश्वविद्यालय की फीस भी बचाई है। अन्यथा, यह दो साल की फीस का भी उसके द्वारा डॉलर में ही भुगतान किया जाना था।एलपीयू के डिवीज़न ऑफ़ इंटरनेशनल अफेयर्स के एडिशनल डायरेक्टर श्री अमन मित्तल ने सांझा किया : “हमारे क्रेडिट ट्रांसफर प्रोग्राम के अवसर के तहत, कोई भी इच्छुक विद्यार्थी एलपीयू कैंपस में प्रोग्राम के फर्स्ट पार्ट (पहले दो साल) का अध्ययन कर सकता है। यह विद्यार्थी तब एलपीयू के विदेशी भागीदार विश्वविद्यालय में अपनी बाकी की डिग्री पूरी कर सकता है, चाहे वह अमरीका , इंग्लैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड या हमारे सूचीबद्ध साझेदार विश्वविद्यालयों में से चुने गए किसी अन्य देश का हो। ऐसे स्टूडेंट को एलपीयू के भागीदार विदेशी विश्वविद्यालय से ही फाइनल डिग्री मिलेगी।" श्री मित्तल ने आगे कहा: “कोविड-19 महामारी 2020 की शुरुआत से ही विद्यार्थियों के ऐसे सपने को पूरा करने में निरंतर बाधा डाल रही है। इस सबके बावजूद, हमारे इंटरनेशनल डिवीजन में हमारी टीम विद्यार्थियों को उनकी मंज़िल तक पहुँचाने में कड़ी मेहनत कर रही है।”गीतिका का कहना है : “मैंने थिंक बिग की सोच के साथ एलपीयू में टॉप सर्विस इंडस्ट्री, स्मार्ट वर्क , टीम और टाइम मैनेजमेंट स्किल्स के बारे में बहुत कुछ सीखा; अब वर्तमान में मैं कनाडा में एक ग्लोबल स्टूडेंट हूं। इसका सारा श्रेय मेरे विश्वविद्यलाय एलपीयू को इसके अनूठे क्रेडिट ट्रांसफर प्रोग्राम के लिए जाता है, जो मेरे जैसे स्टूडेंट्स के सपनों को पूरा करता है, और वह भी बहुत ही किफायती तरीके से। ”