जरूरतमंद परिवार के जीवन में रंग भरने का चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं का विनम्र प्रयास
गोद लिए गाँव घड़ूआं में जरूरतमंद परिवार के घर को सजाया, फर्नीचर किया भेंट
Web Admin
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घड़ूआं , 27 Mar 2021
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं प्रोफेशनल एजुकेशन के क्षेत्र में छात्रों को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रही है, वहीं एक संस्था के रूप में सामाजिक स्तर पर विभिन्न गतिविधियों में योगदान देकर सामाजिक दायित्व निभा रही है। सहयोग की इसी श्रृंखला को जारी रखते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने इस होली के त्योहार के मद्देनजर जरूरतमंद परिवारों के जीवन में रंग और खुशियां भरने का एक विनयपूर्ण प्रयास किया है। यूनिवर्सिटी द्वारा संस्थागत सामाजिक जिम्मेदारी (आईएसआर) के तहत 9 सदस्यों के संयुक्त परिवार के घर की मरम्मत करवाने के साथ-साथ उन्हें फर्नीचर भेंट किया गया है, जिसमें अलमारी, बिस्तर, कुर्सियां और आवश्यकता की अन्य सामग्री शामिल है। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा ''रंगला पंजाब'' मुहिम के तहत जरूरतमंद लोगों को सहयोग प्रदान किया जा रहा है तथा भविष्य में भी ऐसे प्रयासों को जारी रखने की यूनिवर्सिटी ने प्रतिबद्धता जताई है॥इस बारे में बात करते हुए, परिवार के सदस्य गुरप्रीत सिंह ने कहा कि वह पेशे से पहले ट्रक ड्राइवर थे, लेकिन पिछले साल लोहड़ी के त्योहार के दौरान कानपुर में एक दुर्घटना में उनका एक पैर कट गया, जिसके बाद वह कोई काम करने में असमर्थ थे। इस दुखद दुर्घटना ने उनके परिवार को आर्थिक परेशानियों में धकेल दिया, जो दिनप्रति दिन बढ़ती गईं। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में 9 सदस्य हैं और इस अनहोनी के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी उनके भाई को उठानी पड़ रही है, जो धिहाड़ी-मजदूरी करके अपना जीवनयापन कर रहा है। उन्होंने कहा कि उनका एक बेटा और एक बेटी है और उनके भाई की तीन बेटियां हैं। इस अवसर पर उन्होंने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को अपने घर की मरम्मत में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया, जिन्होंने उनके घर की मरम्मत करवाने के साथ-साथ आवश्यक फर्नीचर भी दान किया। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी द्वारा कमरों और दीवारों पर चित्रकारी के अलावा, खिड़कियां और दरवाजे भी लगावाए गए हैं।इस बारे में बात करते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो.चांसलर डॉ. आरएस बावा ने कहा कि यूनिवर्सिटी का उद्देश्य छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाना था। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा कैंपस के आसपास के छह गांवों को गोद लिया है, जिसमें घड़ूआं, बत्ता, मनखेरी, मामूपुर, रुड़की पुख्ता और मडोली गांव शामिल हैं। यूनिवर्सिटी इन गांवों में समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाने के साथ-साथ हर जरूरतमंद व्यक्ति को आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि एक संस्थान के रूप में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी सामाजिक स्तर पर हर जरूरतमंद व्यक्ति को सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।