कश्मीरी आतंकियों की पाकिस्तानी पत्नियों ने शुक्रवार को यहां नागरिकता अधिकारों और यात्रा दस्तावेजों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। ये आतंकी जम्मू एवं कश्मीर सरकार की पुनर्वास नीति के तहत अपने राज्य लौटे हैं।राज्य सरकार की पुनर्वास नीति 2010 में घोषित की गई थी। ये महिलाएं तभी से अपने-अपने पति के साथ कश्मीर में बगैर नागरिकता के रह रही हैं और इनके पास पाकिस्तान जाने के लिए दस्तावेज नहीं हैं।