पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने ‘‘नानक नाम चढ़दी कला, तेरे भाणे सरबत दा भला’’ के शब्दों के साथ श्री गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व को समर्पित साल भर चलने वाले समारोहों की कड़ी की शुरुआत करते हुए लोगों को धार्मिक व राजनैतिक भिन्नताओं को एक तरफ रखकर इन समारोहों को यादगारी बनाने के लिए उनकी सरकार के साथ एकजुट होने का निमंत्रण दिया है।आज यहां विशाल समारोह को संबोधित करते हुए गुरूपर्व के पवित्र दिवस पर सभी को शुभकामनाएं दीं व लोगों को गुरू साहिब जी की शिक्षाओं , सिद्धांतों व विचारों को धारण करने का निमंत्रण दिया। उन्होंने इन समारोहों में लोगों को विश्व स्तर पर शामिल होने का निमंत्रण दिया।ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की सचिव आशा कुमारी व पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ सहित अन्य प्रसिद्ध कांग्रेसी नेताओं के साथ पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह भी इस पवित्र अवसर पर उपस्थित थे।पंजाब के राज्यपाल वी.पी सिंह बदनौर भी साल भर चलने वाले समारोहों की शुरुआत के अवसर पर उपस्थित थे व उन्होंने दिल्ली पर आधारित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पंजाब स्टडीज़ के डायरैक्टर डा. महिन्द्र सिंह की इतिहास के झरोखों को प्रदर्शित करती प्रदर्शनी ‘‘रबाब से नगाड़ा’’ का उद्घाटन भी किया।अपनी सरकार द्वारा यह समारोह शानदार ढंग से मनाने का वादा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपने आप को खुशकिस्मत समझती है क्योंकि उसको यह ऐतिहासिक समारोह मनाने का अवसर मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार यह समारोह गैर -राजनैतिक व बिना किसी पक्षपात से मनाएगी । उन्होंने यह समारोह मनाने के लिए प्रत्येक लोगों को राजनैतिक व अन्य विभिन्नताओं को छोडक़र एकजुट होने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति, नस्ल व असमानता हमारे समाज में फिर बढऩे का प्रयास कर रही है व हमें गुरू साहिब द्वारा दिखाऐ मार्ग के अनुसार इन सबसे ऊपर उठने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि पंजाब ने देश में फिर सर्वोत्तम स्थान प्राप्त करना है तो हमें भाईचारा व आपसी सांझ बनाए रखते हुए अलग-अलग रास्तों पर न चलकर एक ही रास्ते पर चलने की आवश्यकता है।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार संगत की तरफ से आने वाले प्रत्येक सुझाव का स्वागत करेगी व इस समारोह को यादगार बनाने के लिए किसी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी।इन विशेष समारोहों के लिए राज्य सरकार की पहलकदमी के प्रति प्रधानमंत्री के समर्थन के लिए उनकी सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने उनके निवेदन को स्वीकार करने पर दुनिया भर के पंजाबियों व पंजाब के लोगों की तरफ से श्री नरेन्द्र मोदी व भारत सरकार का धन्यवाद किया।कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने करतारपुर के मार्ग का विस्तार करने के बारे में केंद्र सरकार के निर्णय पर भी पंजाबियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पंजाब की तरफ से लम्बे समय से की जा रही मांग को 26 नवंबर उस समय पूरी हो जाएगी, जब वह और भारत के राष्ट्रपति इस मार्ग का नींव पत्थर रखेंगे। उन्होंने इस संबंन्ध में पाकिस्तान सरकार की तरफ से दी गई स्वीकृति के लिए भी धन्यवाद किया व कहा कि उनकी सरकार इस प्रोजैक्ट को समय पर पूरा करने के लिए हर संभव सहयोग देगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि आज घोषित किए गए अलग -अलग विकास प्रोजेक्टों के लिए पैसों की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी तांकि इन ऐतिहासिक समारोहों को यादगारी बनाया जा सके।
इस अवसर पर समारोह को संबोधित करते हुए डा. मनमोहन सिंह ने इस शुभ अवसर पर समारोह का हिस्सा बनने का अवसर देने के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह व उनकी सरकार का धन्यवाद किया। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जातिवाद व नफरत को छोडक़र यह समारोह शानदार ढंग से मनाया जाएगा। पूर्व प्रधानमंत्री ने देश को सांप्रदायिकता में विभाजित करने के प्रयास के विरुद्ध लोगों को सचेत करते हुए उन्होंने जाति, रंग, नस्ल, धर्म से ऊपर उठकर पूरे उत्साह के साथ साल भर चलने वाले समारोहों में शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया।पंजाब के राज्यपाल ने कहा कि उनके लिए यह बहुत सम्मान की बात है कि वह इस पवित्र अवसर पर समारोह में शामिल हुए हैं। उन्होंने इन समारोह के मुख्य संदेश विश्व-व्यापक भाईचारे का निमंत्रण दिया।अपने संबोधन में श्री जाखड़ ने करतारपुर मार्ग को विकसित करने के केंद्र सरकार के निर्णय के लिए कैप्टन अमरिन्दर सिंह को शुभकामनाएं दीं।इस अवसर पर संत समाज के बाबा सरबजोत सिंह बेदी ने अपने विचार पेश करते हुए व इन ऐतिहासिक समारोहों को मनाने के लिए एकता की अपील करते हुए कहा कि विश्व में एकता का संदेश फैलाने के लिए अकाल पुरुष ने हमें यह अवसर दिया है।पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी कपिल देव ने डा. मनमोहन सिंह, वी.पी. सिंह बदनौर व कैप्टन अमरिन्दर सिंह को विश्व के 100 गुरुद्वारों पर आधारित अपनी पुस्तक ‘वूई दा सिखज़ अराउंड दा वल्र्ड’ भेंट की।समारोह के दौरान पंजाब कांग्रेस मामलों की इंचार्ज आशा कुमारी, कैबिनेट मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, तृप्त राजिन्दर सिंह बाजवा, सुखजिन्दर सिंह रंधावा, सुखबिन्दर सिंह सुख सरकारिया, साधु सिंह धर्मसोत, ओ.पी. सोनी, बलबीर सिंह सिद्धू, राणा गुरमीत सिंह सोढी, विजय इंदर सिंगला, चरनजीत सिंह चन्नी, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल के अतिरिक्त संत समाज के सदस्य भी उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त संसद मैंबर गुरजीत सिंह औजला व चौधरी संतोख सिंह, नवतेज सिंह चीमा, राणा गुरजीत सिंह, संगत सिंह गिलजिय़ां, गुरकीरत सिंह कोटली, रमनजीत सिंह सिक्की, हरदेव सिंह लाडी, सुशील कुमार रिंकू, कुलबीर सिंह जीरा व दविन्दर सिंह घुबाया (सभी विधायक) उपस्थित थे।