हरियाणा को प्रदूषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से फसल अवशेष प्रबंधन योजना के अंतर्गत चालू वित विमर्श के दौरान 137.84 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी। यह जानकारी कृषि एवं पशुपालन मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने आज राजभवन में राज्यपाल सत्य देव नारायण आर्य से मिलते हुए विचार-विमर्श के दौरान दी।श्री धनखड़ ने राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट की और विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। महोदय ने भी ग्रामीण, कृषि विकास व महिला उत्थान के बारे में चलाई जा रही योजनाओं में रूचि दिखाई और प्रदेश की शिक्षित पंचायतों के मामले में राज्य सरकार को शाबाशी भी दी। श्री धनखड़ ने बताया कि फसल अवशेष प्रबंधन योजना के अंतर्गत पूरे प्रदेश में फसल अवशेष को इकट्ठा करने के लिए हर 50 किलोमीटर की दूरी पर 900 कस्टम हाइरिंग सेंटर स्थापित भी किए जा रहे हैं। इसके साथ साथ प्रदेश के किसानों को इस योजना के तहत 80 प्रतिशत तक सब्सिडी देकर विभिन्न के उपकरण उपलब्ध करवाएं जाएंगे।श्री धनखड़ ने बताया कि विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में इसके लिए जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। गांव-गांव में पराली जलाने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जा रहा है। इसके लिए बकायदा कृषि विभाग की टीमें भी गठित की गई हैं। इस बार विशेष तौर पर जागरुकता के लिए किसानों को डॉक्यूमेंटी फिल्में भी दिखाई जा रही हैं। उन्होंने बताया कि कृषि तथा पराली का प्रयोग करके एथोनॉल ऑयल भी तैयार किया जाएगा।
इसके लिए सरकार द्वारा इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के साथ एक समझौता भी किया है जिसका भविष्य में सकारात्मक परिणाम सामने आएगा। श्री ओ.पी.धनखड़ ने यह भी बताया कि प्रदेश को प्रदूषण मुक्त बनाने की दिशा में बॉयोगैस योजना भी शुरु की गई है इस योजना के तहत अब तक पूरे प्रदेश में 2212 बॉयो गैस प्लांट भी स्थापित किए गए हैं। इस योजना के तहत किसानों को दस हजार रुपये प्रति संयंत्र सब्सिडी उपलब्ध कराई जा रही है। किसानों ने इस योजना के प्रति काफी रूचि दिखाई है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत विभिन्न फसलों पर प्रीमियम की सुविधा भी दी जा रही है। फसल बीमा योजना के तहत अब तक प्रदेश में 3 लाख 30 हजार किसानों को 604 करोड़ रुपये की राशि मुआवजे के रूप में बांटी जा चुकी है। उन्होंने पशुपालन का भी जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश गौ संरक्षण एवं गौ संवर्धन हेतु एक सशक्त कानून हरियाणा गौ-वंश संरक्षण व गौ संवर्धन अधिनियम 2015 भी बनाया गया है। राज्य में बेसहारा पशुओं के समस्या के समाधान के लिए विभिन्न स्थानों पर दो अभ्यारणों की भी स्थापना भी की जा रही है। उन्होंने बताया कि राज्यपाल से खुशनुमा मुलाकात हुई।