पानी के गंभीर होते जा रहे संकट को दूर करने के लिए फ़सली विभिन्नता समय की मुख्य ज़रूरत है जिस के अंतर्गत नाबारड की तरफ से एक प्रोजैक्ट स्वीकृत किया गया है।एक वक्ता ने बताया कि पंजाब सरकार के मिशन तंदरुस्त पंजाब अधीन किसानों और जिंमीदारों को वातावरण और पवन -पानी बचाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस प्रोजैक्ट अधीन धान की फ़सल छोड़ कर मक्का या मक्का चारा फ़सल बीजने के लिए किसान को 23,500 रु. प्रति हेक्टेयर की सहायता दी जा रही है। इस प्रोजैक्ट को पहले साल ही रूपनगर जिले में काफ़ी उत्साह मिला है जिस के अंतर्गत 167 हेक्टेयर धान के क्षेत्रफल को बदल कर मक्का लगाया गया है। इस के बिना मक्का बीजने वाले किसानों को उतसाहित करने के लिए राष्ट्रीय अन्न सुरक्षा मिशन के अंतर्गत 480 हेक्टेयर क्षेत्रफल में क्लस्टर प्रदर्शनियाँ लगाई गई हैं। इन क्लस्टर प्रदर्शनियों का निरीक्षण रूपनगर जिले के गाँवों में विभागीय टीम जिस में मुख्य कृषि अफ़सर रूपनगर डां. केसर राम बंगा, सहायक मक्का विकास अफ़सर पंजाब डा.अनिल कुमार और डा. अवतार सिंह कृषि अफसर श्री आनन्दपुर साहिब की तरफ से किया गया।इस मौके पर डा.अनिल कुमार ए.ऐम.डी.ओ ने बताया कि नाबारड की तरफ से पहले साल 1000 हेक्टेयर क्षेत्रफल का लक्ष्य दिया गया था जो कि पूरा कर लिया गया है। डॉ केसर राम बंगा ने बताया कि सितम्बर महीने में क्लस्टर प्रदशनियां और फील्ड डेय लगाए जाएंगे जिससे अगले साल मक्का अधिक से अधिक क्षेत्रफल में लगाया जा सके।