कांग्रेस ने सोमवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में दिए गए अभिभाषण को 'निराशाजनक' बताया और कहा कि जमीनी सच्चाई से उलट दावे किए गए। कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने यहां पत्रकारों से कहा, "राष्ट्रपति का अभिभाषण बहुत ही निराशाजनक और नीरस था और इसमें जो दावे किए गए, वे जमीनी हकीकत व ज्ञात तथ्यों से उलट हैं।"उन्होंने यह भी कहा कि अभिभाषण में यह बताने की कोशिश की गई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने जितने वादे किए थे, वे सभी पूरे किए जा रहे हैं।उन्होंने कहा, "भाषण से यह छवि गढ़ने की कोशिश की गई कि प्रधानमंत्री और उनकी सरकार के अंतर्गत लोगों से किए गए सारे वादे पूरे कर लिए गए।"शर्मा ने कहा, "राष्ट्रपति ने कहा कि अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है, जोकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए दो निर्णय नोटबंदी व जल्दबाजी में लागू किए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की वजह से आगे नहीं बढ़ पाई।" उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के जीएसटी मॉडल से जीडीपी में तेजी से गिरावट आई।
दो करोड़ युवाओं को रोजगार का वादा करने के चुनावी वादे पर सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "रोजगार के जो वादे किए गए थे, उसे पूरा नहीं किया गया। नोटबंदी समेत अन्य गलत निर्णयों की वजह से नौकरियां समाप्त हुईं।"उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के अनौपचारिक क्षेत्र में नोटबंदी की वजह से 13 करोड़ नौकरियों में से 3.7 करोड़ नौकरियां खत्म हो गईं।उन्होंने कहा, "यह सरकार के लिए हिसाब देने का वक्त है, लेकिन निश्चय ही राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में प्रदर्शन नहीं करने और वादे कर धोखा देने के बारे में नहीं बताया।"भाजपा सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, "यह सरकार नकारने की मंशा में है और इसी वजह से सरकार कृषि क्षेत्र समेत अन्य मोर्चो पर सुधार की स्थिति में नहीं है।"शर्मा ने कहा, "यह सरकार की ओर से मजाक है कि सबकुछ अच्छा है, सभी खुश हैं और देश में पूरी तरह समृद्धि और कल्याण है।"