मुद्रारहित लेन-देन हेतु आरंभ किए गए भीम (भारत इंटरफेस फार मनी) एप के प्रति बुनकरों को जागरूक करने के लिए शुक्रवार को भुट्टी कालोनी में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। वस्त्र मंत्रालय के विकास आयुक्त कार्यालय की ओर से आयोजित इस कार्यशाला में आयुर्वेद एवं सहकारिता मंत्री कर्ण सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया।इस अवसर पर भारत रत्न भीमराव अंबेदकर को श्रद्धांजलि देते हुए कर्ण सिंह ने कहा कि बाबा साहब केवल दलितों, पिछड़ों और सदियों से उपेक्षित समाज के विभिन्न वर्गों के मसीहा ही नहीं थे, बल्कि वह भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार भी थे। संविधान प्रारूप समिति के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने भारत को एक ऐसा संविधान दिया जिसमें हर वर्ग और समुदाय के उत्थान की परिकल्पना की गई है।कर्ण सिंह ने बताया कि सरकार ने बुनकरों के कल्याण व उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत बुनकरों को नकद राशि के रूप में लाभान्वित करने के बजाय उक्त धनराशि सीधे उनके बैंक खातों में हस्तांतरित की जाती है।
इसके अलावा हथकरघा उत्पादों के विपणन के लिए भी अब मुद्रारहित व्यवस्था की जा रही है। इसलिए बुनकरों को भीम एप की संपूर्ण जानकारी अति आवश्यक है। कर्ण सिंह ने बुनकरों से राज्य व केंद्र सरकार की सभी योजनाओं का लाभ उठाने की अपील की।इससे पहले जिला सहकारी विकास संघ अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री सत्य प्रकाश ठाकुर ने कहा कि मशीनीकरण के इस युग में भी कुल्लू के बुनकरों ने अपनी तथा अपने हथकरघा उत्पादों की अलग पहचान कायम रखी है। यह जिला कुल्लू ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में कुल्लू जिला में अब भी बुनकरों की संख्या बढ़ रही है।इस अवसर पर हथकरघा कार्यालय के बुनकर सेवा केंद्र नई दिल्ली सहायक निदेशक केएन उनियाल ने मुख्य अतिथि व अन्य अतिथियों का स्वागत किया तथा भीम एप की जानकारी दी। वीके रावत तथा खालिद अख्तर ने भी भीम बुनकर मित्र, इंडिया हैंडमेड बाजार और ई-धागा एप के बारे में बताया। कार्यशाला के दौरान हिमबुनकर के अध्यक्ष टैहल सिंह राणा, उपाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ठाकुर, जिला परिषद सदस्य एवं कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक के निदेशक मंडल की सदस्य प्रेमलता ठाकुर और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।