ओकरेज इंटरनेशनल स्कूल में दो दिवसीय जुनियर माडल यू एन ओ यानि युनाईटेड नेशंस आर्गेनाईजेशन कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। ट्राईसिटी में अब तक की पहली तरह के इस मुकाबले में छठी से आठवीं कक्षा के छात्रों के मध्य यू एन ओ की विभिन्न ब्रांचों के अनुसार दुनिया भर के अहम मुद्दों पर भाषण मुकाबलेए बहस व लेख मुकाबले करवाए गए। इन मुकाबलों में यू एन ओ की ह्यूमन राईटस काउंसिल, जरनल एसेंबली, युनिसको, डब्ल्यू एच ओ व इकोनामिक व सोशल काउंसिल ब्रांचों के विश्व भर के मुद्दों पर बहस की गई। जिसमें चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, अजीत कर्मन सिंह स्कूल, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सापिंस स्क्ूल, स्मार्ट वंडर स्कूल, सेंट जोंस व सेंट जोसेफ स्कूल के छात्रों ने भाग लिया।इस अवसर पर छात्रों ने विभिन्न देशें के डेलिगेटस बनकर अपने देशों की मुश्किलें व भूगोलिक जानकारी शेयर की। राष्ट्रीय स्तर की अंतर देसी मुश्किलों बारे भी सभी देशों के डेलिगेटस ने अपने विचार व्यक्त किए। भारत व पाकिस्तान के डेलिगेट ने भी कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग मानते हुए कश्मीर की समस्या को खत्म कर दिया।
इसके साथ ही विश्व स्तर पर गंभीर हो चुकी समस्याओं, महिलाओं की समगलिंग, महिलाओं के अधिकारों की रक्षा, बाल मजदूरी, बिगड रही विश्व भाईचारकता, स्वास्थय संबंधी समस्याओं जैसे विषयों बारे भी विचार विमर्श किया गया। इसके साथ ही छात्रों के मध्य डांस मुकाबले भी करवाए गए जिनमें छात्रों ने अपनी कला का प्रदर्शन करते हुए सख्त टक्कर दी। अंशुमन सेठी, प्रनव जोशी व सिद्धांत गोयल यू एन ओ कमेटी के एग्जीक्यूटिव बने। जबकि गुरनूर बराड़ व आलिश सिंह को महा सचिव व डायरेक्टर जरनल बनाया।स्कूल के प्रिंसीपल रूपइंद्र घुम्मण ने छात्रों को इस तरह के मुकाबलों में बढ़ चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि इस तरह के मुकाबले उनकी जानकारी में वृद्धि करने के साथ साथ उनके भीतर मुकाबले की भावना भी पैदा करते हैं। हालांकि इस अवसर पर छात्रों द्वारा दी गई जानकारी उनकी आयु से कहीं अधिक तजुर्बे को दर्शा रही थी हालांकि कुछ जानकारी उपस्थित अतिथियों के लिए भी नई थी।