शैमराक सीनियर सकैंडरी स्कूल, सैक्टर 6੯ के दो सौ के करीब विद्यार्थियों और उन के माँ बाप की तरफ से जम्मू कश्मीर के कठुआ जिला में हैवानीयत का शिकार हुई आशिफा को न्याय दिलाने के मंतव्य के साथ इन्नसाफ रैली का आयोजन किया गया। इस दौरान छोटी सी बच्ची पर हुए अंधे अत्याचार के बाद कत्ल करन वाले अपराधियों को कठिन से कठिन सज़ा देने की अपील की गई। स्कूल के विद्यार्थियों ने हाथों में मोमबत्तियाँ पकड़कर नागरिकों को आसिफा के हक में आगे आने की अपील की ।इस मौके पर स्कूल के प्रिंसिपल प्रनीत सोहल ने जानकारी सांझी करते हुए बताया कि इस मार्च का आयोजन दो कारणों करके किया गया। पहले कारण देश में नबालिग़ लड़कियाँ और महिलाओं पर हो रहे ज़ुल्मों की निषिद्धता करना थी। दूसरा कारण शहरी को यह बताना था कि एक औरत को बलातकार होने किस तरह मानसिक अत्याचार में से गुजऱना पड़ता है। इन मोमबत्तियों की रौशनी में मरहूम आसिफा और उस के परिवार के लिए इक्कजुट्टता और हमदर्दी प्रकट करते हुए जल्दी से जल्दी न्याय की माँग की।स्कूल के चेयरमैन ए एस बाजवा ने अपने संबोधन में कहा कि आज समय आ गया है कि लोगों को अपनी सोच को बदलते हुए कि औरतो की इज़्ज़त करनी होगी और इस तरह की घटीं हरकतों पर चिन्ता जाहिर करते हुए ठोस कदम उठाने होंगे। चेयरमैन बाजवा ने आगे कहा कि आसिफा का मसला भी किसी धर्म के साथ जुड़ा मसला न हो कर देश की औरतों की सुरक्षा का मसला है। जिस में हर माँ बाप अपने बच्चों के लिए चिंतित नजऱ आ रहा है, फिर चाहे वह किसी धर्म के साथ जुड़ा हुए। चेयरमैन बाजवा ने देश में औरतों के घर से निकलने समय पर दिल में डर का भावना को ख़त्म करके सरुख्यों का माहौल पैदा करन की अपील की।