मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने रविवार को यहां कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सोच सकती है कि देश में किसी भी चुनाव में उसी की जीत होगी, लेकिन वाम शासित त्रिपुरा में अगले साल फरवरी में होने वाला विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए वाटरलू साबित होगा। पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात के साथ माकपा की राज्य समिति की दो दिवसीय बैठक में हिस्सा लेने के बाद येचुरी ने कहा, "भाजपा ने हाल ही में मणिपुर और गोवा में पैसों के बल पर अवैध तरीकों से सरकार बनाई.. वे त्रिपुरा में जीत हासिल करने के लिए सारे हथकंडे अपनाएंगे, जैसा कि उन्होंने घोषणा भी की है कि केरल सहित सभी वाम शासित राज्य उनके निशाने पर हैं।"
विश्व इतिहास के बेहद मशहूर युद्ध, जिसमें फ्रांस के शक्तिशाली राजा नेपोलियन बोनापार्ट की हार होती है, का हवाला देते हुए येचुरी ने कहा, "भाजपा का चुनाव में जीत का सिलसिला त्रिपुरा में रुकेगा और त्रिपुरा विधानसभा चुनाव भाजपा के लिए वाटरलू साबित होगा।"येचुरी ने कहा, "त्रिपुरा में 60 विधानसभा क्षेत्र हैं। माकपा इनमें से सभी 60 सीटों पर जीत हासिल करेगी और भाजपा को करारी मात देगी। भाजपा त्रिपुरा विधानसभा चुनाव जीतने के लिए रुपये, सरकारी महकमे, अनैतिक और असंवैधानिक सारे हथकंडे अपनाएगी, क्योंकि उनका मुख्य मकसद भारत में वाम धड़े को हराना है। हालांकि माकपा त्रिपुरा में जीत हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।"
येचुरी ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में भाजपा पर 500 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाते हुए कहा, "भाजपा को लोकसभा चुनाव-2014 की अपेक्षा हाल ही में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभी चुनावों में कम वोट मिले। भाजपा झूठे वादे कर और पैसों के बल पर देश के सारे चुनाव जीतना चाहती है।"येचुरी ने कहा कि वाम मोर्चा की सरकार के बेहतरीन कार्य के चलते त्रिपुरा साक्षरता, मानव सूचकांक, सामुदायिक सौहार्द्र और दशकों पुराने आतंकवाद के दंश को खत्म कर शांति स्थापित करने के मामले में देश में शीर्ष पर है।उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी स्वीकार किया था कि त्रिपुरा सबसे प्रभावी शासन व्यवस्था वाला राज्य है।