चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेज के झंजेड़ी कैंपस सालाना खेलों का आयोजन किया गया, जिस का उद्घाटन अर्जुन ऐवारडी और मशहूर हाकी खिलाड़ी प्रभजोत सिंह द्वारा किया गया । इस मौके पर क्रिकेट , वॉलीवाल,बैडमिंटन, खो -खो जैसे आउट डौर खेलों का आयोजन किया गया। बैडमिंटन, टैबल टैनिस, भार तोलने जैसे इंडोर खेलों में झंजेड़ी कैंपस के सिविल, कंप्यूटर , इलैक्ट्रोनिक, मैनेजमेंट तथा कॉमर्स विभाग के विद्यार्थियों ने भी हिस्सा लिया । इस सालाना खेल मेले की शुरुआत में खिलाडिय़ों ने मार्च पास्ट किया तथा उसके बाद समूह खिलाडिय़ों ने खेल को खेल की भावना से खेलने की कसम खाई।
देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए खिलाडिय़ों ने खेलों के बाद पूरा दिन हर इवेंट में जी-जान से हिस्सा लिया और अच्छी खेल भावना का प्रदर्शन किया। कठिन मुकाबलों में मकैनिकल इंजीनियरिंग के छटे समेस्टर के वरिन्दर सिंह और इलैक्ट्रॉनिकस इंजीनियरिंग की किरनजीत कौर को बैस्स्ट एथलीट का खि़ताब हासिल किया । उवर आल ट्राफी बी सी ए विभाग की झोली पड़ी जब कि सिवल इंजीनियरिंग विभाग ने दूसरी पोजि़शन हासिल की।इस मौके पर मुख्य अतिथि प्रभजोत सिंह ने विद्याथियों को संबोधन करते हुए कहा कि खेलों का विद्यार्थियों के जीवन में वशेष महत्त्व होता है तथा हर विद्यार्थी को सफल इंसान बनने के लिए पढ़ाई के साथ साथ खेलों को भी अपनी रोजाना जिंदगी का हिस्सा बनाना चाहिए।
प्रैंसिडेंट धालीवाल ने हाजिऱ सभी महमानों को संबोधन करते हुए कहा कि झंजेड़ी कालेज ने स्थापना के तीन सालों में ही अंत्र राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और यूनिवर्सिटी स्तर और कई खिलाड़ी तैयार करके दिए हैं। अब तक झंजेड़ी कालेज के खिलाड़ी सात सोने के पदक , चार चाँदी के पदक और सात कांस्य पदक हासिल कर चुके हैं जब कि झंजेड़ी कालेज के ही अठरह खिलाड़ी यूनिवर्सिटी की टीमों में चुने जा चुके हैं, जो कि आई के गुजराल पी टी यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय स्तर पर कर रहे हैं।अंत में विजेता खिलाडिय़ों को मैडल तथा सर्टिफिकेट भी दिए गए तथा आसमान में रंग बिरंगे गव़े गए।
इन सालाना खेलों में ऑवर ऑल ट्रॉफी कंप्यूटर सांइस विभाग के नाम आई जिन्होंने क्रिकेट, खो खो में पहले स्थान, बैडमिंटन तथा टैबल टैनिस में रनर अप का खिताब हासिल किया। इलैक्ट्रॉनिक विभाग तथा सिविल विभाग रनर अप रहे। इसके साथ ही एमबीए, बीसीए, तथा बीबीए विभाग के विद्यार्थियों ने भी टैबल टैनिस, बास्किट बॉल तथा भार तोलने में जीत अपने नाम दर्ज कराई। सीजीसी के डायरेक्टर जरनल डॉ जीडी बंसल ने सारे विद्यार्थियों तथा मेहमानों का धन्यवाद करते हुए अगले साल फिर से मिलने का वादा करते हुए सभी को ज्यादा से जयादा खेलों से जुडऩे की प्रेरणा दी।