भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के उद्देश्य से उद्योग चैम्बर, फिक्की ने शनिवार को एक संयुक्त कार्यबल के गठन का प्रस्ताव रखा, जो बुनियादा ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली तथा पर्यटन जैसे क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देगा। फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने बांग्लादेश चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (एफबीसीसीआई) को अगले साल के लिए पांच महत्वपूर्ण पहलों पर काम करने का एक एजेंडा प्रस्तावित किया है।फिक्की की महानिदेशक अंबिका शर्मा ने यहां कहा, "बांग्लादेश में बुनियादा ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली तथा पर्यटन जैसे क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए हम एक संयुक्त कार्यबल के गठन का प्रस्ताव करेंगे।"इंडस्ट्री चैंबर ने कहा कि वह व्यापार तथा निवेश के माध्यम से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए एफबीसीसीआई के साथ मिलकर काम करता रहा है।
शर्मा ने कहा, "विभिन्न संपर्क पहलों के तहत हम बीबीआईएन (बांग्लादेश, भूटान, भारत तथा नेपाल) देशों के बीच उप-क्षेत्रीय सहयोग के विस्तार को लेकर एफबीसीसीई के कार्यों को फिक्की के साथ जोड़ने का प्रस्ताव रखेंगे, ताकि सड़क, रेल, नदियां, समुद्र तथा पारेषण संपर्क के माध्यम से हमारे बीच संपर्क पूरे हो सकें।"उन्होंने कहा, "हाइड्रोकार्बन व समुद्री संसाधनों की खोज तथा गहरे समुद्र में मछली पकड़ने को लेकर बंगाल की खाड़ी में सहयोग के एक खाके के निर्माण के लिए हमने एफबीसीसीआई के साथ हमारे संयुक्त निवेश कार्यक्रम का प्रस्ताव दिया है।"नवाचार व शोध को बढ़ावा देने व कौशल विकास में साझेदारी करने को लेकर इंडस्ट्री चैंबर ने ज्ञान साझा करने के लिए एक सहयोग का प्रस्ताव रखा है, ताकि युवाओं की ऊर्जा का इस्तेमाल कर एक वैश्विक कार्यबल का निर्माण हो।
एफबीसीसीआई के अध्यक्ष तथा भारत-बांग्लादेश व्यापार प्रतिनिधिमंडल के नेता अब्दुल मतलुब अहमद ने कहा, "बांग्लादेश पहले से काफी मजबूत है। अब हमें 32 अरब डॉलर का अतिरिक्त कोष मिला है।"उन्होंने कहा, "सरकार ने हमें 25 अरब डॉलर का रिजर्व रखने तथा बाकी का निवेश करने को कहा है। इसलिए हम उन देशों की पहचान कर रहे हैं, जहां निवेश किए जाएंगे और भारत की तुलना में और कौन अधिक आकर्षित हो सकता है।"बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत दौरे के मौके पर 'डूइंग बिजनेस विद् बांग्लादेश' नामक विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई।