पंजाब सरकार ने एक अहम निर्णय लेते हुये पहली अप्रैल को शुरू होने जा रहे शैक्षणिक सत्र में स्कूली विद्यार्थियों के लिए आनलाईन पाठय पुस्तकों को समय पर और अधिक से अधिक पुस्तकों को बेवसाईट पर आनलाईन उपलब्ध करवाने का फैसला किया है।यहां पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की एक अहम बैठक के पश्चात जारी ब्यान में शिक्षा मंत्री श्रीमती अरूणा चौधरी ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की बेवसाईट के बुकस फोलडर में जाकर ई बुकस लॉ ईन करने से पंजाब के सरकारी स्कूल में लागू 350 अलग अलग पुस्तकों में से इस समय 107 पुस्तकें बोर्ड की बेवसाई पर उपलब्ध करवाई गई है और 15 अप्रेल तक 22 अन्य व 30 मई तक 17 ओर किताबें बोर्ड की बेवसाईट पर अपलोड कर दी जाएगी और साथ ही अधिकारियों को राष्ट्रीय स्तर के पाठयक्रम के मध्य नजर 84 पुस्तकें एनसीईआरटी से अडापट की गई है जिनको बोर्ड की जरूरत और सुविधा अनुसार छपवाया जाता है। एनसीईआरटी द्वारा स्वीकृति लेकर इन पुस्तकों को भी बोर्ड की बेवसाईट पर अपलोड करने के लिए कार्यवाही में तेजी लाने के आदेश दिये गये।
श्रीमती चौधरी ने कहा कि कैप्टन सरकार शिक्षा के क्षेत्र में अहम सुधार लाने के लिए यत्नशील है जिसके तहत कई कार्यक्रम बनाये जा रहे है उन्होने विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया कि पहली से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए विभिंन विषयों की लगभग 350 पुस्तकों में यदि कोई तबदीली की जरूरत है तो उसको शीघ्र पूरा करके छपाई के कार्य में तेजी लाई जाए ताकि विद्यार्थियों को पुस्तकें सेशन शुरू होते ही मिल सके।शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूली पुस्तकें इस प्रकार की हो जिनके द्वारा बच्चों का निरंतर बौद्धिक और मानसिक विकास होने के साथ साथ समाज के बराबर बन जाए ताकि दरपेश चुनौतियों का सामना करने के काबिल बनाया जा सके।उन्होने जोर देकर कहा कि यह पुस्तकें जहां आनलाईन उपलब्ध करवाने से विद्यार्थी मुहारत हासिल करेगें वही यकमुश्त ही विभिंन प्रकार पुस्तकें व पाठयक्रम कम्पयूटर की एक सिंगल विंडो में ही सरल ढंग से उपलब्ध हो जाएगी पंरतु इन पुस्तकों को डाउनलोड करके पुस्तक के रूप में छपवाने के लिए बोर्ड के बिना कोई भी अधिकारित नही होगा। यहां यह वर्णननीय है बोर्ड द्वारा प्रकाशित की जाती पुस्तकों में पंजाबी साहित्य , संस्कृति,धार्मिक, सामाजिक , राजनीतिक , वातावरण, पंजाब की आबोहवा, समृद्ध विरासत संबंधी स्कूलों की सभी कक्षाओं के लिए पाठय पुस्तकों को तैयार किया जाता है इन पुस्तकों को विभिंन क्षेत्रों के विशेषज्ञों द्वारा लम्बी, प्रभावशाली व नियमित प्रक्रिया के बाद तैयार किया जाता है।