मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि जनोपयोगी सेवाओं और अस्पतालों को वैकल्पिक व्यवस्था होने तक 1000 और 500 रुपये के विमुद्रीकृत नोटों को स्वीकार करना चाहिए। येचुरी ने दोहराया कि सरकार को सभी वैध लेन-देन को 30 दिसंबर तक पुराने नोटों के जरिए होने देने की अनुमति देनी चाहिए। येचुरी ने मीडिया से यहां कहा, "केंद्र सरकार और राज्य सरकारों को सभी जनोपयोगी और आपातकालीन सेवाओं को निर्देश देना चाहिए कि वे 1000 और 500 रुपये के विमुद्रीकृत नोट जनता को तात्कालिक राहत देने के उपाय के रूप में स्वीकार करें।" उन्होंने पूछा कि यदि केरल सरकार ऐसा कर सकती है तो दूसरे राज्य ऐसा क्यों नहीं कर सकते?येचुरी ने कहा कि जब तक पर्याप्त मात्रा में छपे हुए नोट नहीं आ जाते और एटीएम को नए नोट वितरित करने के लायक नहंीं बना दिया जाता, विमुद्रीकरण के निर्णय को स्थगित रखा जाना चाहिए।