पंजाब सरकार ने 'स्वदेश दर्शन अधीन इको टूरिज्म प्रोजैक्ट भारत सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजा है। जिस तहत पंजाब की विभिंन वैटलैंड और वन्य जीवों के क्षेत्रों को सुरक्षित कर पर्यटन के तौर पर विकसित करने का प्रस्ताव हैं।इस संबधी जानकारी देते हुये पंजाब के पर्यटन मंत्री स. सोहन सिंह ठंडल ने बताया कि 14 करोड़ की लागत वाले इस प्रोज्ैाक्ट पर्यटन के प्रस्तावित स्थानों पूरी तरह प्राकृतिक रूप एवं वातावरण में विकसित करना और पर्यटन को उत्साहित करने के लिए यहां आने वाली पर्यटकों की सुविधा के लिए बुनियादी ढांचे का विकास करना प्रमुख है।पर्यटन मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में पर्यटन को उत्साहित करने के लिए वर्ष 2009 में पंजाब ईको टूरिज्म पालिसी बनाई है जिस तहत ईको टूरिज्म के प्रोजैक्टों को दो हिस्सों में वितरित किया गया है।
उन्होने कहा कि इस पालिसी का एक भाग पर्यटन को उत्साहित करने के लिए दर्शनीय स्थानों को सीधा विकास सरकार द्वारा किया जाता है जबकि दूसरे भाग में निजी संस्थान भी पर्यटन को उत्साहित कर सकते हे। स. ठंडल ने बताया कि राज्य सरकार को ईको टूरिज्म के 6 प्रोजैक्ट प्राप्त हुये है। जिनमें तीन प्रोजैक्ट मैट्रो ईको-ढारम रिजोर्ट प्राइवेट लि. गांव पालनपुर जिला मोहाली,कंगज़ निरवाणा रिजोर्ट एंड स्पा, कंग फार्म माहिलपुर,ऊना रोड़ जिला होशियारपुर और ईको टूरिज्म प्रोजैक्ट सिंसवां मोहाली मंजूर किये गये हैं।इसके साथ ही राज्य सरकार ने ईको टूरिज्म प्रोजैक्ट तहत केशोपुर छंब को कम्यूनिटी रिजर्व करने का फैसला किया है और भारत सरकार ने भी क ेशोपुर छंब को वाईल्ड लाईफ (प्रजरवेशन)एक्ट के तहत अधिसूचित कर दिया है। गुरदासपुर के समीप केशोपुर छंब जोकि 852 एकड़ के क्षेत्र में फैली हुई है में प्रत्येक वर्ष शरद मौसम में हजारों प्रवासी पंछी आते है और गत वर्ष इन पक्षियों की संख्या 25000 के लगभग थी जोकि हर वर्ष बढती जा रही है। मंत्री ने आगे बताया कि राज्य सरकार द्वारा दो ओर प्रोजैक्ट रोपड़ वैटलैँड और छतबीड़ चिडियाघर को भी ओर विकसित किया जा रहा हेै उन्होने कहा कि रोपड़ वैटलैंड में बोर्डवाक और इंटरपटेशन सैंटर तथा छतबीड़ चिडिया घर में पर्यटको को ओर सुविधाए दी जाएगीं ताकि पर्यटन और बढ सके।