पोप फ्रांसिस अपनी अफ्रीका यात्रा के अंतिम पड़ाव में रविवार को मुस्लिम विद्रोहियों और ईसाई लड़ाकों के बीच हिंसा से ग्रस्त देश मध्य अफ्रीकी रिपब्लिक (सीएआर) पहुंचे। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, युगांडा और केन्या के बाद पोप अपनी अफ्रीका यात्रा के तीसरे और अंतिम देश पहुंचे हैं।
यात्रा के दौरान पोप राजधानी बंगुई में 'मास' (बलिदान उत्सव) भी मनाएंगे। साथ ही पोप के मुस्लिम नेताओं से मिलने और शहर के मुस्लिम इलाके में एक मस्जिद जाने की भी संभावना है।
पोप के आने से पूर्व ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।सीएआर दशकों से युद्ध की त्रासदी झेल रहा है, लेकिन दो वर्ष पूर्व लड़ाई ने धार्मिक रूप ले लिया था।राष्ट्रपति फ्रेंकोइस को एक तख्तापलट में मार्च 2013 में अपदस्थ कर दिया गया था और उत्तर के ज्यादातर मुस्लिम विद्रोहियों के एक समूह, 'सेलेका' ने बंगुई पर आक्रमण करते हुए देश पर नियंत्रण कर लिया था।विद्रोहियों ने गिरिजाघरों और इसाई समुदायों को निशाना बनाया जिसके कारण हिंसा रोधी लड़ाके तैयार हुए और इससे हिंसा का चक्र चलता रहा जो आज भी जारी है।यहां गांव और नगर बंटे हुए हैं, जिनमें सैकड़ों हजारों विस्थापित लोग धार्मिक आधार पर बंटें शिविरों में रहते हैं।सीएआर की ईसाई आबादी 51.7 करोड़ है, जबकि मुस्लिम आबादी 24.8 करोड़ है।