हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वैश्य समाज ने महाराजा अग्रसेन द्वारा आज से 5 हजार साल पहले शुरू किए गए एक ईंट एक रुपया के सिद्धांत का अनुकरण करते हुए समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को सहारा देते हुए अंत्योदय की भावना को साकार किया है।मुख्यमंत्री आज हिसार जिले के अग्रोहा धाम में आयोजित 34वें शरद पूर्णिमा महोत्सव को संबोधित कर रहे थे। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु समारोह में मुख्य अतिथि थे, जबकि झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया।अपने संबोधन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि वे 1991 से अग्रोहा धाम से जुड़े हुए हैं और वे उस समय नंद किशोर गोयनका के साथ मिलकर संघ की बैठकों के लिए इस उबड़-खाबड़ भूमि को समतल करने के काम से लेकर आज इसकी भव्यता के सफर के गवाह हैं। उन्होंने कहा कि आज महर्षि वाल्मीकि और डॉ. मंगल सेन की भी जयंती है। उन्होंने इन दोनों को भी श्रद्धा से नमन किया।उन्होंने महाराजा अग्रसेन को हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत बताते हुए वैश्य समाज को पिछड़ों, पीडितों और समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति का उत्थान करने वाला बताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कल 26 अक्तूबर को वर्तमान सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा हुआ है और हमें गर्व है कि एक साल के कार्यकाल में सरकार के किसी भी विधायक अथवा मंत्री पर कोई उंगली नहीं उठा सकता है। हमारी कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं होता है। उन्होंने कहा कि मैं अभी भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म होने का दावा तो नहीं करता लेकिन एक साल में इसमें बहुत कमी जरूर आई है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रोद्योगिकी की मदद से हम ऐसा सिस्टम विकसित कर रहे हैं जहां व्यक्ति चाहते हुए भी भ्रष्टाचार नहीं कर सकेगा।उन्होंने हिसार में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने की अपनी घोषणा पर प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि अग्रोहा मेडिकल कॉलेज की कमियों को दूर किया जाएगा ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने बताया कि रोहतक, हिसार, फतेहाबाद व सिरसा के बीच नेशनल हाइवे को 4 लेन का करने के लिए केंद्रीय मंत्री नीतिन गडक़री ने सिरसा से उद्घाटन किया और अगले छह माह में यह बनकर पूरा हो जाएगा।
केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपने सम्बोधन में कहा कि देश को तरक्की के मार्ग पर आगे ले जाने के लिए अग्रवाल समाज ने बहुत काम किया है। सही मायने में समाज के हर वर्ग को वैश्य समाज से सीख लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए पहले सरस्वती की कृपा प्राप्त करें और शिक्षित होकर पहले देश, फिर समाज और अंत में स्वयं की उन्नति की दिशा में अग्रसर होने की भावना पैदा करेंगे तो इस देश को महान बनने से कोई नहीं रोक सकता है। उन्होंने कहा कि गरीबी व बेरोजगारी को दूर करने के लिए स्किल डेवल्पमेंट भी बहुत जरूरी है।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आह्वान किया है कि देश के हर नौजवान को नौकरी मांगने की बजाय स्वयं का रोजगार शुरू करना चाहिए और दूसरों को रोजगार देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इंडस सिविलाइजेशन की शुरूआत हरियाणा से ही हुई और यह प्रदेश हर मामले में आत्मनिर्भर है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं हरियाणा से सांसद बनकर रेलमंत्री के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा को रेल सेवाओं के मामले में तेज गति से विकसित किया जाएगा।
ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल ने हरियाणा सरकार के एक वर्ष के सफल के कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री व प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एक साल के कार्यकाल में यहां की सरकार ने लोगों में ईमानदार सरकार होने का विश्वास जगाया है। उन्होंने कहा कि अग्रवाल समाज की आपसी सहयोग की भावना के कारण ही समाजवाद का प्रारंभ हुआ था। इसी प्रथा के कारण देश में नए उद्योगपतियों को नए अवसर उपलब्ध होते हैं। पूरे देश में सबसे अधिक रोजगार के अवसर पैदा करने का सर्वाधिक श्रेय अग्रवाल समाज को ही जाता है। उन्होंने कहा कि हम सभी को राजनीति की भावना से दूर हटकर समाज के सर्वांगीण विकास के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने विश्व स्तर पर पहचान बनाने के लिए अग्रोहा विकास ट्रस्ट को बधाई दी और कहा कि जहां वोट बैंक की राजनीति ने समाज को विखंडित करने का काम किया है वहीं अग्रसेन महाराज के आदर्श समाज को एकजुट करने का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि शांति और समृद्धि का संदेश हमें अग्र समाज से मिला है और सामाजिक समरसता व सदभाव इस समाज का गुण है।कार्यक्रम में वैश्य समाज के प्रतिभाशाली युवाओं व व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। अंबाला विधायक असीम गोयल ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा। मंच संचालन सुभाष चंद्र गोयनका ने किया। इस मौके पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा के अध्यक्ष कविंद्र गुप्ता, छत्तीसगढ़ के विस स्पीकर गौरीशंकर अग्रवाल, राजस्थान के केबिनेट मंत्री कालीचरण सर्राफ, मुख्य संसदीय सचिव डॉ. कमल गुप्ता, विधायक विपुल गोयल के अलावा विरेंद्र गुप्ता, गिरीश सांघवी, रामदास अग्रवाल, अमर अग्रवाल, नंद किशोर गोयनका व बजरंग दास गर्ग सहित वैश्य समाज के विभिन्न राज्यों के मंत्री, सांसद व विधायक भी मौजूद थे।