केंद्रीय भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उद्यम मंत्री अनंत गीते ने प्रतिस्पर्धा व नई प्रौद्योगिकी के आगमन से पैदा हुई चुनौतियों का सामना करने के लिए ऑटोमोबाइल उद्योग को प्रेरित किया है। आज पुणे में अंतर्राष्ट्रीय मोटर वाहन प्रौद्योगिकी पर आयोजित संगोष्ठी (सिएट 2015) के उद्घाटन के मौके पर अपने संबोधन में गीते ने कहा कि आने वाले समय में प्रतिस्पर्धी क्षमता पर ही विशेष जोर रहेगा। उन्होंने मोटर वाहन उद्योग से सर्वोत्तम अंतर्राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी अपनाने की अपील की। गीते ने कहा कि इस उद्योग के लिए 'मेक इन इंडिया' अभियान निश्चित रूप से अच्छा है। उन्होंने कहा कि सरकार इस उद्योग को अपनी ओर से पूर्ण समर्थन देगी ताकि यह कामयाब हो सके। वैसे तो गीते ने यह स्वीकार किया कि फिलहाल ऑटोमोबाइल उद्योग में भारत की स्थिति सबसे अच्छी नहीं हैं, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने विश्वास जताया कि जिस तरह से हम कदम बढ़ा रहे हैं, उसके बल पर हम वैश्विक मोटर वाहन उद्योग में नंबर वन बन जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ऑटोमोबाइल उद्योग के मुद्दों को सुलझाने में मंत्रालय की ओर से पूरा सहयोग दिया जाएगा।
इससे पहले मंत्री ने तीन दिवसीय संगोष्ठी और 'सिएट एक्सपो 2015' का उद्घाटन किया, जिसमें 200 कंपनियां भाग ले रही हैं। इसका आयोजन पुणे की पौड़ सड़क के निकट स्थित 'अराई' परिसर में किया गया है। भारतीय मोटर वाहन अनुसंधान संघ (अराई) के अध्यक्ष एवं अशोक लीलैंड के प्रबंध निदेशक विनोद दसारी ने इस बात पर खुशी जताई कि एक्सपो में नई प्रौद्योगिकी को दर्शाया जा रहा है। अराई की निदेशक रश्मि उर्द्धवर्शे ने अपने संबोधन में कहा कि अनुसंधान एवं विकास (आरएण्डडी) और अनोखे कार्यों (इनोवेशन) को बढ़ावा देना इस उद्योग के लिए काफी मायने रखता है। उन्होंने कहा कि चीन, अमेरिका, जापान, जर्मनी, दक्षिण कोरिया और भारत की छह शीर्ष वाहन निर्माता कंपनियों को 'सीमाओं से परे अंतर्राष्ट्रीय गतिशीलता' के मुद्दे पर विचार करने के लिए आमंत्रित किया गया है। इस बारे में जो भी चर्चाएं होंगी, उनसे केंद्र सरकार को वाकिफ़ करा दिया जाएगा।
उद्घाटन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्री गीते ने कहा कि मोटर वाहन उद्योग को प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि हमारे देश जैसे युवा मुल्क में रोजगारों का सृजन भी काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के 'मेक इन इंडिया' विजन पर अमल करते वक्त सभी मंत्रालयों द्वारा इसे कामयाब बनाने के लिए अपनी ओर से भरपूर योगदान दिए जाने की आशा है। श्री गीते ने कहा कि उनका मंत्रालय इस दिशा में अपनी ओर से भरसक प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र को 'स्वच्छ एवं हरित' प्रौद्योगिकी अपनानी चाहिए।