राष्ट्रीय क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम को सुदृढ़ करने के लिए जिला कुल्लू में विशेषज्ञों के एक दल ने विशेष रूप से दौरा किया. इस दल के एक सप्ताह के प्रवास दौरे का मुख्य उद्देश्य जिले के टी बी रोग नियंत्रण कार्यक्रम का अन्त्ररिक मूल्याकन करना व क्षय रोग को उन्मूलन की दिशा में किये जा रहे प्रयासों का जायजा लेना था.इस दल ने जिले की दूर दराज के इलाकों में मरीजों से बातचीत करके टी.बी. रोग के इलाज की सुविधाओं का जायजा लिया तथा मरीजों को स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ कंधे से कन्धा मिलाने के लिए प्रेरित किया.इस अवसर पर डॉ शिव प्रकाश राज्य क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि क्षय रोग अब असाध्य नहीं रहा. स्वास्थ्य कार्यकर्ता की देखरेख में मरीज की जांच तथा सम्पूर्ण इलाज निशुल्क किया जाता है. उन्होने पंचायत प्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि ग्राम सभाओं में लोगों को इस बीमारी के लक्षणों बारे मैं अवगत कराएं.
जिस व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार वजन का घटना, बलगम मैं खून आना व् छाती के एक्स-रे मैं टी.बी. के समभावित लक्षण पाये जाएँ तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर जांच व इलाज सुनिश्चित करें. उन्होने आह्वान किया कि अगर किसी व्यक्ति को बार-बार टी.बी. हो रही हो तो इसकी एम.डी.आर. टी.बी. की कल्चर जाचं अति शीघ्र करवाएं.जहाँ धरमपुर के डॉ सतीश ने टीम के साथ मलाणा गाँव में पैदल जाकर ग्रामीणों से बातचीत की, वहीँ विश्व स्वाथ्य सगठन के डॉ रविन्द्र व राज्य आई.ई.सी. अधिकारी एल.आर.शर्मा ने दूर दराज क्षेत्र दीन्गाड़ा में एम.डी.आर. टी.बी. मरीज व् तीमारदारों से कुशल क्षेम जाना.
डॉ जोगिन्दर जिला क्षय रोग अधिकारी मंडी व डॉ राजेश ठाकुर राज्य एड्स नियंत्रण समिति शिमला ने मनाली, आयुर्वेदिक स्वास्थय केंद्र, तथा बुराण क्षेत्रों का दौरा किया.डॉ आर.के.सूद जिला क्षय रोग अधिकारी काँगड़ा व डॉ विशाल यादव सलहकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने झुग्गी झोपड़ी में एच आई वी संक्रमित टी.बी. मरीज के इलाज का जायजा लिया, वहीँ सैंज के स्वास्थ्य केंद्र की सुविधाओं का अवलोकन किया.इस दल ने आज एक विशेष मीटिंग मैं टी.बी. के उन्मूलन हेतु सुझाव मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला स्वाथ्य अधिकारी, सभी खंड चिकित्सा अधिकारीयों, व् जिला अस्पताल के टी बी मेडिकल अफसर डॉ सुरेन्द्र कुमार, क्षय रोग के कर्मचारी से साँझा किये.