उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वर्चुअल मोड के माध्यम से “एलजी की मुलाकात-लाइव लोक शिकायत सुनवाई“ के दौरान नागरिकों के साथ बातचीत की और उनकी शिकायतें सुनीं। उपराज्यपाल ने संबंधित अधिकारियों को अधिक पारदर्शिता के साथ समयबद्ध तरीके से शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कई आवेदकों ने मौके पर ही उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए उपराज्यपाल का आभार व्यक्त किया।
उपराज्यपाल ने कहा, “जब शिकायतों को संभालने और सार्वजनिक सेवाएं प्रदान करने की बात आती है, तो अधिकारियों को पेशेवर सेवा प्रदाता के रूप में कार्य करने और नागरिकों को की गई कार्रवाई के बारे में सूचित रखने, जवाबदेही के मानकों को बनाए रखने और हमेशा सुधार के लिए प्रयास करने की आवश्यकता होती है।”
इस महीने के एलजी मुलाक़ात के दौरान, उपराज्यपाल ने रामबन से मोहम्मद अशरफ, सिम्बल गाला मोहल्ला राजौरी से रोहित शर्मा, मंडी पुंछ के निवासी मोहम्मद आरिफ, डोडा के फिरदौस अहमद, कुजवेरा चडूरा बडगाम से हिलाल अहमद और फतहगढ़ अनंतनाग के निवासी मोहम्मद शफी द्वारा क्रमषः जेकेआईजीआरएएमएस पर दायर शिकायतों, बिजली विकास विभाग, जल शक्ति श्रम एवं समाज कल्याण विभाग से संबंधित षिकायतों का समाधान किया।
उपराज्यपाल ने अधिकारियों को लोगों की बात सुनने और बोरवेल, हैंडपंप, बिजली वितरण लाइनों और छात्रवृत्ति और पेंशन योजनाओं की संतृप्ति जैसे बुनियादी ढांचे के रखरखाव के लिए एक व्यापक रणनीति बनाने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा, एक-दूसरे की बात सुनना सबसे मजबूत स्तंभ है जिस पर सुशासन टिका है।उपराज्यपाल ने 75वें गणतंत्र दिवस समारोह में नागरिकों और अधिकारियों की अनुकरणीय भागीदारी की भी सराहना की।
लोक शिकायत सचिव डॉ. सैयद सेहरिश असगर ने उपराज्यपाल की मुलाकात की कार्यवाही का संचालन किया। इस अवसर पर मुख्य सचिव अटल डुल्लू, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग आर.के. गोयल, प्रशासनिक सचिव, संभागीय आयुक्त, उपायुक्त, एसएसपी, विभागाध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ अधिकारी व्यक्तिगत रूप से और वर्चुअल मोड के माध्यम से उपस्थित थे।